Class 07 || S.St. H || भूगोल – हमारा पर्यावरण || Ch. 01 पर्यावरण

कक्षा : 7
विषय : सामाजिक विज्ञान (भूगोल – हमारा पर्यावरण)

पाठ्यपुस्तक:- हमारा पर्यावरण
अध्याय:-1.(पर्यावरण)

आओ कुछ करके सीखें:-

प्रश्न - प्राकृतिक पदार्थों और मानव निर्मित पदार्थों से आप क्या समझते हैं?
उत्तर -  
प्राकृतिक पदार्थ – वे पदार्थ जिन्हें प्रकृति ने बनाया है प्राकृतिक पदार्थ कहलाते हैं जैसे नदी, पर्वत, वृक्ष, पशु-पक्षी आदि
मानव निर्मित पदार्थ – वे पदार्थ जिनका निर्माण मानव ने किया है मानव निर्मित पदार्थ कहलाते हैं जैसे कार, स्कूटर, मकान, दुकान आदि

प्रश्न – जीवन के आधार पर पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं? 
उत्तर –जीवन के आधार पर पदार्थ जो दो प्रकार के होते हैं जैवीय पदार्थ और अजैवीय पदार्थ 
जैवीय पदार्थ – वे पदार्थ हैं जिनमें जीवन होता है। जैविक या जैवीय पदार्थ कहलाते हैं। यह सजीव होते हैं इसलिए इन्हें सचिव पदार्थ भी कहते हैं। जैसी पशु पक्षी सूक्ष्म जीव आदि 
अजैवीय पदार्थ – वे पदार्थ जिनमें जीवन नहीं पाया जाता वे अजैवीय पदार्थ कहलाते हैं। यह निर्जीव होते हैं इसलिए इन्हें निर्जीव पदार्थ भी कहते हैं सभी निर्जीव पदार्थों का संसार इसके अंतर्गत आता है जिसे ईंट पत्थर रेप मिट्टी आदि

प्रश्न – पर्यावरण किसे कहते हैं? 
उत्तर – किसी भी जीव के आसपास दिखाई पाए जाने वाले लोग, स्थान , वस्तुओं एवं प्राकृतिक वस्तुओं को पर्यावरण कहते हैं।

प्रश्न - विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है? 
उत्तर - विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है।

प्रश्न – पर्यावरण हमारे जीवन का मूल आधार कैसे हैं ?
उत्तर – पर्यावरण हमारे जीवन का मूल आधार है। यह हमें साँस लेने के लिए हवा, पीने के लिए जल, खाने के लिए भोजन एवं रहने के लिए भूमि प्रदान करता है।

प्रश्न –क्या मानव प्राकृतिक पर्यावरण में परिवर्तन कर सकता है ?
उत्तर – हां, मानव इस प्राकृतिक पर्यावरण में परिवर्तन कर सकता है। कार का धुआँ वायु को प्रदूषित करता है, पानी को पात्र में एकत्रित किया जाता है, भोजन को बर्तनों में परोसा जाता है और भूमि पर कारखानों का निर्माण होता है।

मानव कार, मिल, कारखानों एवं बर्तनों का निर्माण करता है। इस प्रकार से मानव प्राकृतिक पर्यावरण में परिवर्तन करता है।

प्रश्न - जलमंडल, स्थलमंडल और वायुमंडल से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर

स्थलमडल – पृथ्वी की ऊपरी ठोस पर्पटी या कठोर ऊपरी परत को स्थलमंडल कहते हैं। यह मंडल चट्टानों एवं खनिजों से बना होता है और मिट्टी की पतली परत से ढका होता है।

जलमंडल – पृथ्वी पर स्थित वह क्षेत्र जो जल से ढका हुआ है जलमंडल कहलाता है जैसे तालाब, झील, नदियां, सागर आदि

वायुमंडल – पृथ्वी के चारों ओर स्थित वायु की पतली गिरे को वायुमंडल कहते हैं। पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल इस वायुमंडल को थाने रखता है और यह वायुमंडल ही हमें सूर्य की गर्मी से झुलसने से बचाता है।


प्रश्न 1 – आपके पड़ोस में भूमि का उपयोग किस – किस प्रकार हो रहा है, उसकी सूची बनाइए।

उत्तर :- हमारे पड़ोस में भूमि का उपयोग निम्नलिखित प्रकार से किया जा रहा है, जैसे :- खेतीबाड़ी करने, भूमि पर वृक्ष एवं फूल उगाने, आवास स्थल बनाने, कुछ खाली भूमि पर बच्चे खेलने व कई सारे कार्यक्रम भी करने में हो रहा है।

प्रश्न 2 – जल कहाँ से आता है? हमारे दैनिक जीवन में जल के विभिन्न उपयोगों की सूची बनाएँ। क्या आपने किसी को जल व्यर्थ बहाते देखा है ?

उत्तर :- हमारे घर में जल टूंटी या नलके से आता है। 

हमारे दैनिक जीवन में जल का उपयोग खाना बनाने के लिए, पीने के लिए, पेड़ – पौधों में डालने के लिए, कपड़े वह बर्तन साफ़ करने के लिए, नहाने के लिए  किया जाता है। 

हां, कई बार मैंने ऐसे लोगों को देखा है जो जल व्यर्थ बहाते देखा है। जैसे लोग जल भरते वक्त भूल जाते है और जल नीचे गिरता रहता है। कभी-कभी ब्रश करते समय या कपड़े धोते समय नल खुला छोड़ देते है।

प्रश्न 4 – कहानी के बच्चों की तरह आप भी अपने पर्यावरणीय स्थान का चित्र या फ़ोटो लाइए।

उत्तर:-

प्रश्न 5 – अपने पड़ोस के किसी बुजुर्ग व्यक्ति से बात करे और निम्न जानकारी प्राप्त करें ।

  • जब वे आपकी उमर के थे तब उनके आस पास कैसे पेड़ थे?
  • उस समय के घर के अंदर खेले जाने वाले खेल।
  • उस समय उनका पसंदीदा फल।
  • गर्मी व सर्दी का मौसम कैसे बिताते थे।

प्राप्त जानकारी को दीवार /  बुलेटिन बोर्ड पर  प्रदर्शित करें।

उत्तर:-

  • जब वे हमारी उमर के थे उनके आस पास के पेड़ हरे- भरे व फलदार होते थे, जिनमें आम, अमरुद, बेर इत्यादि होते थे।
  • उस समय शतरंज, कैरम बोर्ड, छुपम छुपाई, लूडो खेलते थे।
  • उनका पसंदीदा फल बेर, जामुन और आम होते थे।
  • गर्मी में वे पेड़ की छाया के नीचे बैठते थे।
  • सर्दियों में वे इकठ्ठे  होकर और एक जगह आँच जलाकर बाते करते हुए समय बिताते थे।


अभ्यास :- प्रश्न

प्रश्न 1 – निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:-

(क) पारितंत्र क्या है ?

उत्तर :- वह तंत्र जिसमें समस्त जीवधारी आपस में एक – दूसरे के साथ तथा पर्यावरण के उन भौतिक एवं रासायनिक कारकों के साथ परस्पर क्रिया करते हैं जिसमें वे निवास करते है। ये सब ऊर्जा और पदार्थ के स्थानांतरण द्वारा संबद्ध हैं।

(ख) प्राकृतिक पर्यावरण से आप क्या समझते है ?

उत्तर :- वे सभी वस्तुएँ जो हमारी प्रकृति द्वारा उपलब्ध कराई गई है अर्थात भूमि, जल, वायु, पेड़ – पौधे एवं जीव – जंतु सब मिलकर प्राकृतिक पर्यावरण बनाते है। प्राकृतिक पर्यावरण से तात्पर्य यह है कि पृथ्वी पर जैविक और अजैविक कारको का विद्यमान होना।

(ग) पर्यावरण के प्रमुख घटक कौन – कौन से हैं ?

उत्तर:- पर्यावरण के प्रमुख घटक 1. मानव, 2. प्राकृतिक और 3. मानव निर्मित है।

(घ) मानव निर्मित पर्यावरण के चार उदाहरण दीजिए।

उत्तर :- वह पर्यावरण जिसका निर्माण मानव ने किया है मानव निर्मित पर्यावरण कहलाता है जैसे:- पार्क, ईमारतें, सड़के, पुल, उद्योग, स्मारक आदि मानव द्वारा निर्मित पर्यावरण के उदाहरण है।

(च) स्थलमंडल क्या है ?

उत्तर :- पृथ्वी की ऊपरी ठोस पर्पटी या कठोर ऊपरी परत को स्थलमंडल कहते हैं। यह मंडल चट्टानों एवं खनिजों से बना होता है और मिट्टी की पतली परत से ढका होता है। स्थलमंडल वह क्षेत्र है जो हमें वन, कृषि एवं मानव बस्तियों के लिए भूमि, पशुओं को चलने के लिए घास स्थल प्रदान करता है। यह खनिज संपदा का भी एक स्त्रोत है।

इसमें पहाड़, पठार, मैदान, घाटी आदि जैसी विभिन्न स्थलाकृतियों वाला विषम धरातल होता है। 

प्रश्न – क्या स्थलमंडल समुद्र के नीचे भी स्थित है ?

उत्तर – हां, स्थलाकृतियाँ महाद्वीपों के अलावा महासागर की सतह पर भी पाई जाती है। 

(छ) जीवीय पर्यावरण के दो प्रमुख घटक क्या हैं ?

उत्तर :- संसार के सभी जीवित प्राणियों से निर्मित पर्यावरण को जीवीय पर्यावरण कहते हैं। जीवीय पर्यावरण में संसार के सभी सजीव प्राणी आ जाते है जैसे :- पादप एवं जंतु अर्थात पेड़ – पौधे, पशु – पक्षी।

(ज) जैवमंडल क्या है ?

उत्तर :- पृथ्वी का वह संकीर्ण क्षेत्र जहाँ स्थल, जल एवं वायु मिलकर जीवन को संभव बनाते है। जैवमंडल कहलाता है। पादप एवं जीव जंतु मिलकर जैवमंडल और सजीव संसार का निर्माण करते है। 

2. सही (√)  उत्तर चिह्नित कीजिए :-

(i) इनमें से कौन – सा प्राकृतिक परितंत्र नहीं है ?

(क) मरूस्थल  (ख) ताल  (ग) वन

उत्तर:- (ख) ताल

(ख) इनमें से कौन – सा मानवीय पर्यावरण का घटक नहीं है ?

(क) स्थल  (ख) धर्म  (ग) समुदाय

उत्तर :- (क) स्थल

(ग) इनमें से कौन–सा मानव निर्मित पर्यावरण है ?

(क) पहाड़   (ख) समुन्द्र   (ग) सड़क

उत्तर:-  (ग) सड़क

(घ) इनमें से कौन – सा पर्यावरण के लिए खतरा है?

(क) पादप – वृद्धि   (ख) जनसंख्या – वृद्धि  (ग) फसल वृद्धि

उत्तर :- (ख) जनसंख्या वृद्धि

प्रश्न 3 – निम्नलिखित स्तम्भों को मिलाकर सही जोड़े बनाइए :-

(क) जैवमंडल        (i) पृथ्वी को घेरने वाली वायु की चादर

(ख) वायुमंडल        (ii) जलीय क्षेत्र

(ग) जलमंडल        (iii) पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल

(घ) पर्यावरण         (iv) हमारे आस – पास के क्षेत्र

                     (v) वह संकीर्ण क्षेत्र जहाँ स्थल जल एवं वायु                            पारस्पारिक क्रिया करते है।

                     (vi) जीवों एवं उनके परिवेश के बीच संबंध

उत्तर:-      

(क) जैवमंडल (v) वह संकीर्ण क्षेत्र जहाँ स्थल जल एवं वायु पारस्पारिक क्रिया करते है। 

(ख) वायुमंडल          (i) पृथ्वी को घेरने वाली वायु की चादर

(ग) जलमंडल           (ii) जलीय क्षेत्र

(घ) पर्यावरण            (iv) हमारे आस – पास के क्षेत्र


प्रश्न 4 – कारण बताइए:-

(क) मानव अपने पर्यावरण में परिवर्तन करता है।

उत्तर :- पर्यावरण हमारे जीवन का मूल आधार है। यह हमें साँस लेने के लिए हवा, पीने के लिए जल, खाने के लिए भोजन एवं रहने के लिए भूमि प्रदान करता है दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि मानव अपनी विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति पर्यावरण से करता है। 

कार का धुआँ वायु को प्रदूषित करता है, पानी को पात्र में एकत्रित किया जाता है, भोजन को बर्तनों में परोसा जाता है और भूमि पर कारखानों का निर्माण होता है। मानव विभिन्न प्रकार की कार, मिल, कारखानों एवं बर्तनों का निर्माण करता है, फलस्वरुप अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए मानव अपने पर्यावरण में परिवर्तन करता है।

(ख) पौधे एवं जीव – जंतु एक – दूसरे पर आश्रित है।

उत्तर :- सभी प्रकार के जीव–जंतु भोजन के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पेड़–पौधों पर आश्रित होते है। पेड़ पौधे स्वयं पोषी हैं। ये प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते हैं तथा इसी प्रक्रिया में ऑक्सीजन गैस छोड़ते हैं। ऑक्सीजन गैस जीव – जंतुओं के लिए जीवनदायिनी गैस है। 

पेड़ पौधे पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं तथा जंगली जानवरों को आश्रय देते हैं। पशुओं का गोबर तथा मृत व सड़े–गले जानवर पेड़ों के विकास के लिए भूमि को आवश्यक पोषक तत्त्व प्रदान करते हैं। जीवधारियों का आपसी एवं अपने आस–पास के पर्यावरण के बीच का संबंध ही पारितंत्र का निर्माण करते है।

प्रश्न 5 – क्रियाकलाप :-

एक आदर्श पर्यावरण की कल्पना कीजिए जिसमें आप रहना चाहेगे। अपने इस आदर्श पर्यावरण का चित्र बनाए।

 उत्तर :- पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों परि और आवरण से मिलकर बना है, जिसमें परि का मतलब है हमारे चारों ओर है, और ‘आवरण’ जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है। पर्यावरण में पेड़, झाड़ियाँ, बगीचा, नदी, झील, हवा इत्यादि शामिल हैं। 

एक ऐसे आदर्श पर्यावरण में चारों तरफ हरियाली हो, स्वच्छ हवा वे जल हो। यह हमें  विकसित होने का बेहतर माध्यम प्रदान करता है। 

जब पर्यावरण हमें जीवन यापन करने हेतु आवश्यक वस्तुएं प्रदान करता है तो हमारा पर्यावरण भी हमसे मदद की कुछ अपेक्षा रखता है जिससे वह हमारे लालन पालन में सहायक हो सके और हमारा जीवन बने रहे और कभी नष्ट न हो। 

यह सब तभी मुमकिन है जब पर्यावरण मुक्त हो। वाहनों वे औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला धुँआ, आणविक यंत्रों से निकलने वाली गैसें तथा धूल-कण, जंगल की आग तथा तेल शोधन कारखानों से निकलने वाला धुआँ आदि पर्यावरण को दूषित करता है।

वृक्ष प्रदूषण घटाने में सहायक होते हैं इसलिए हमें पेड़ काटने से बचना चाहिए। यदि पर्यावरण दूषित होना बंद हो जाए तो हमारा पर्यावरण एक आदर्श पर्यावरण बन सकता है और हम इसी प्रकार के आदर्श पर्यावरण की कल्पना करते है, जहाँ वातावरण प्रदूषण मुक्त तथा चारों ओर शांति हो।

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