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प्रश्न 1: गुरुजी थैली में क्या लिए जा रहे थे?
उत्तर :
गुरुजी थैली में गेहूँ पिसवाने के लिए ले जा रहे थे।
प्रश्न 2: क्योंजीमल और कैसे-कैसलिया से मिलने पर तुम दोनों के बीच में क्यों भटकते रह जाओगे?
उत्तर :
क्योंजीमल और कैसे-कैसलिया से मिलने पर दोनों के बीच इनके क्यों और कैसे के कभी मैं समाप्त होने वाले प्रश्नों में ही भटकते रह जाओगे।
प्रश्न 3: शिवदास ने गुरुजी की थैली देखकर अपनी गाड़ी क्यों दे दी?
उत्तर :
शिवदास ने गुरु जी को भारी थैली ले जाते देखा तो सोचा कि इतना दूर पैदल कैसे ले जाएँगे वे थक जायेगें इसलिए उसने अपनी गाड़ी उन्हे दे दी।
प्रश्न 1: रोटी को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है। कुछ और नाम पता करके लिखो।
…………………, …………………, …………………., …………………, ………………….
उत्तर :
चपाती, फुल्का, पराठा, रूटी (बंगाली) आदि।
प्रश्न 2: तुम्हारे घर में आटा सानने को क्या कहते हैं?
आटा गूँधना, आटा गलाना, आटा मलना, या कुछ और?
उत्तर :
आटा माढ़ना और श आटा लगाना।
प्रश्न 3: गुरुजी कौन-से आटे की रोटी खाते थे? अपने साथियों, घर के बड़ों से पता करो कि क्या किसी और चीज़ की रोटी भी बनती है? उनके नाम लिखो। यदि उसका दाना या बाली मिलती है तो उसे भी अपनी कॉपी में चिपका दो।
उत्तर :
गुरुजी गेहूँ के आटे की रोटी खाते थे। परंतु मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा, चावल, चना तथा क्वाद की भी रोटी बनती है।
चिपकाने का कार्य विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 4: रोटी क्या ऐसे बनेगी?
आटे को सानेंगे, गेहूँ को पिसवाएँगे, आग पर फुलाएँगे, तवे पर पकाएँगे, चकले पर बेलेंगे, गरम-गरम खाएँगे।
नहीं? तो फिर कैसे?
तो फिर, कैसे? सही क्रम बताओ।
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नाम | वज़न | दाम |
मक्की | 1 किलो | 15 – 20 रुपये |
बाजरा | 1 किलो | 10 – 15 रुपये |
चना | 1 किलो | 20 – 22 रुपये |
प्रश्न 5: गुरुजी ने कैसे-कैसलिया को समझाया कि आटा कैसे साना जाता है। जब तुम घर पर किसी को रोटी बेलते देखो और लिखो कि रोटी कैसे बेली जाती है।
उत्तर :
मले या सने हुए आटे की गोल-गोल लोईयां बनाकर उन्हें चकले-बेलन पर गोल-गोल बेलते हैं।
हल्के हाथ से आटा लगाकर बेलन की सहायता से गोल गोल रोटी बेली जाती हैं।
प्रश्न 6: रोटी बनाने के लिए कितना कुछ काम करना पड़ता है जैसे सानना, बेलना आदि। पता करो और लिखो कि इन्हें बनाने के लिए क्या करना पड़ता है –
(क) चाय बनाने के लिए।
(ख) सब्ज़ी बनाने के लिए।
(ग) दाल बनाने के लिए।
(घ) हलवा बनाने के लिए।
(ङ) लस्सी बनाने के लिए।
उत्तर :
(क) चाय बनाने के लिए – एक बर्तन में पानी गर्म करेंगे। पानी में चायपत्ती व चीनी उबलने के लिए रख देंगे। उबलने पर दूध डालेंगे। पुनः उबलने के बाद छलनी से कप में चाय छानेंगे इस प्रकार हमारी चाय चाय तैयार होती है।
(ख) सब्ज़ी बनाने के लिए – पहले सब्ज़ी को छीलते, काटते व धोते हैं। गैस पर कढ़ाई रखकर तेल गर्म करते हैं| फिर उसमें स्वादानुसार जीरा, हींग, प्याज़ तथा लहसुन डालें। उसमें नमक, मिर्च, धनिया, हल्दी तथा पानी डालकर थोड़ी देर पकने दें। मसाले पक जाने पर उसमें सब्ज़ी डाल दें। फिर पानी डालकर ढक कर कुछ देर तक और पकाएँ। सब्जी के अच्छी तरह से पक जाने पर गैस से उतार लेते हैं। इस प्रकार हमारी सब्ज़ी तैयार है।
(ग) दाल बनाने के लिए – जिस दाल को बनाना है, उसे धोकर कुुछ देर के लिए भिगो दें। फिर कूकर में दाल को नमक व हल्दी के साथ डालकर गैस पर पकने के लिए रख दें। जब लगे की दाल अच्छे तरह गल गई होगी, तो उसे आग से उतार लें। फिर एक अलग बर्तन में थोड़ा घी या तेल गर्म करके उसमें हींग, जीरा, प्याज़, टमाटर, मिर्च, अदरक तथा लहसुन डालकर छौंक लगाते हैं। इस प्रकार हमारी दाल तैयार है।
(घ) हलवा बनाने के लिए – कड़ाही में घी डालें, उसमें सूजी को सुनहरा होने तक भूने। जब सूूूजी भून जाए, तो इसमें चीनी और गरम पानी डालते हैं और करछी से चलाते जाते हैं। जब कड़ाई घी छोड़ने लगे तो ऊपर से मेवा आदि डालकर परोसें।
(ङ) लस्सी बनाने के लिए – दही को गहरे बर्तन में डालकर मथनी से बिलोये। थोड़ा पानी डाले और चीनी और बर्फ डालकर फिर चलाएँ। झाग आने पर लस्सी तैयार है।
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प्रश्न 1:
(क) हम गेहूँ पिसवाने आटा-चक्की पर जाते हैं। हम इन कामों के लिए कहाँ जाते हैं?
• (ख) अपने घर के पास की आटा-चक्की पर जाओ और पता करो कि – |
• वहाँ क्या-क्या पिसता है?
• आटा-चक्की किस चीज़ से चलती है?
• दिन में चक्की को कितनी बार रोका जाता है?
उत्तर :
(क)
• आटा खरीदने | परचून की दुकान या चक्की पर |
• पंचर बनवाने | पंचर लगाने वाली दुकान पर |
• दूध खरीदने | मिल्क बूथ पर या हलवाई की दुकान पर |
• जूते की मरम्मत करवाने | मोची के पास |
• सुराही खरीदने | कुम्हार के पास |
• कॉपी-किताब खरीदने | स्टेशनरी की दुकान पर |
• बाल काटवाने | नाई की दुकान पर |
(ख)
* वहाँ पर गेहूँ, सभी अनाज, दालें तथा मसाले आदि भी पिसते हैं।
* आटा चक्की बिजली से चलती है।
* पिसवाने आने वाले का अनाज आदि पहले तोल कर लिया जाता है। इसके पिसने के बाद फिर से तोल कर दिया जाता है
* अलग-अलग तरह के अनाज के पीसने ओर दाम अलग-अलग होते हैं।
* कार्य समाप्त होने पर आटा चक्की को रोक दिया जाता है।
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प्रश्न 1:
नीचे रसोई की कुछ चीज़ों के चित्र बने हैं उन्हें देखकर बताओ कि रोटी बनाने में कौन-कौनसी चीज़ इस्तेमाल नहीं होती। तो ऐसी चीज़ों का इस्तेमाल किस काम के लिए किया जाएगा? लिखो।
उत्तर : |
सामान का नाम | इस्तेमाल |
कप प्लेट | चाय पीने के लिए |
अचार का डिब्बा | अचार रखने के लिए |
कड़ाही | सब्ज़ी और पूरी बनाने के लिए |
करछी तथा चमचा | सब्ज़ी चलाने और लेने के लिए/खाना खाने के लिए |
चूल्हा | खाना पकाने के लिए |
थाली और कटोरी | खाना रखने के लिए |
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