Class 03 || Hindi || Ch. 07 – टिपटिपवा

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Ch 7 – टिपटिपवा

Page No 58:

प्रश्न 1: इस कहानी में लगता है सभी परेशान थे। बताओ कौन-किससे परेशान था?

उत्तर :

बुढ़िया

झोपड़े में टपकते पानी से

बाघ

टिपटिपवा शब्द और वर्षा से

धोबी

अपने गधे से

पंडित जी

घर में पानी भरने और उसे निकालने से

प्रश्न 1: नीचे कहानी में से कुछ वाक्य दिए गए हैं। इन्हें अपने शब्दों में लिखो।

प्रश्न (क) टिपटिपवा कौन-सी बला है?

उत्तर (क) यह क्या बला है टिपटिपवा?

प्रश्न (ख) पत्नी की बात धोबी को जँच गई।

उत्तर (ख) धोबी को पत्नी की बात समझ में आ गई।

प्रश्न (ग) बाघ बिना चूँ-चपड़ किए भीगी बिल्ली बना धोबी के पीछे-पीछे चल दिया।

उत्तर (ग) बाघ भीगी बिल्ली बनकर चुपचाप धोबी के पीछे चल दिया।

प्रश्न (घ) ज़रा पोथी बाँच कर बताइए वह कहाँ है?

उत्तर (घ) ज़रा पोथी में देखकर बताइए वह कहाँ है।


Page No 59:

प्रश्न 1: पोता दादी की गोद में कहानी सुनने के लिए मचल रहा था। तुम किन-किन चीज़ों के लिए मचलते हो?

मैं …………… …………… ……………… …………… ………… ……………… ………… ………… ..……… …………………………………………………………………………………… ………………… …………………… ……………………………………………………………………………………… ………………… …………………… ………………………………………………………………

उत्तर :

मैं अपनी दादी के साथ बाहर घूमने जाने के लिए, सोने के लिए, उनके साथ अपना टी. वी. कार्यक्रम देखने के लिए, उनका प्यार पाने के लिए, उनसे चीज खाने के लिए पैसे लेने के लिए तथा उनके साथ मजे करने के लिए मचलती / मचलता हूँ।

प्रश्न  1: हाँ बचवा, न शेरवा के डर, न बघवा के डर। डर त डर, टिपटिपवा के डर।

(क) तुम्हारे घर की बोली में इस बात को कैसे कहेंगे?

उत्तर (क) बेटा न तो मुझे शेर का डर है न बाघ का, मुझे तो इस टिपटिप करेत पानी से डर लागत है। जिसकी वजह से मेरी नींद उड़ी हुई है।

(ख) कहानी में टिपटिपवा कौन था? तुम किस-किस को टिपटिपवा कहोगे?

उत्तर : (ख) इस कहानी में टिपटिपवा झोपड़ी में बारिश समय में टपक रहा पानी को कहा गया था। लेकिन कहानी में अचानक आए धोबी और उसके अचानक पड़ने वाले लट्ठ ने टिपटिपवा का काम किया है। अतः हम इन्ही तीनों को टिपटिपवा कहेंगे।

Page No 60:

प्रश्न  1: यह कहानी एक ऐसे दिन की है जब मूसलाधार बारिश हो रही थी। अगर मूसलाधार बारिश की बजाए बूँदा-बाँदी होती, तो क्या होता? यदि उस रात बूँदा-बाँदी होती तो

उत्तर :

यह कहानी एक ऐसे दिन की है जब मूसलाधार बारिश हो रही थी। अगर मूसलाधार बारिश की बजाए बूँदा-बाँदी होती, तो क्या होता? यदि उस रात बूँदा-बाँदी होती तो......

अगर बूँदा-बाँदी होती तो बुढ़िया की झोपड़ी में पानी नहीं टपकता। न ही पोता जिद करता और न ही दादी पोते को टिपटिपवा वाली कहानी सुनाती। 

बारिश से बचकर छिपा बाघ न ही, वह कहानी सुनता और ना ही टिपटिपवा से डरता, और ना ही उसका गधा खोता। तब न ही बाघ धोबी के साथ चुपचाप नहीं जाता।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि यह तो सारी कहानी ही बदल जाती।

प्रश्न  1: पानी के टपकने की टिपटिप-टिपटिप आवाज़ आ रही थी। सोचो और लिखो ये आवाज़ें कब सुनाई पड़ती हैं।

उत्तर :
खर्र-खर्र –> सोते समय खर्राटे लेने पर
भिन-भिन –> मक्खी के कान के आसपास उड़ने पर।
ठक-ठक –> दरवाजा खटखटाने पर।
चर-चर  –> पुराने दरवाजे के खुलने और बंद होने पर।
भक-भक  –> बहुत तेज आग धदकने पर।
तड़-तड़ –> वर्षा की बूंदों के छत से टकराने पर।

Page No 61:

प्रश्न  1: धोबी ने बाघ को खूँटे से बाँध दिया। सोचो और बताओ, खूँटे से क्या-क्या बाँधा जाता है?

उत्तर :

गाय, भैंस, बकरी, घोड़ा, बैल, ऊँट आदि पालतू जानवरों को खूँटे से बाँधा जाता है।

प्रश्न  1:

उत्तर :

एक कहानी

सभी कहानियाँ

एक तितली

कई तितलियाँ

एक पत्ती

दस पत्तियाँ

एक चूड़ी

ढेरों चूड़ियाँ

एक खिड़की

चार खिड़कियाँ


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