पाठ 9
स्वतंत्रता की ओर
प्यारे बापू
प्रश्न- इस कहानी को पढ़कर तुम्हें बापू के बारे में कई बातें पता चली होगी। उनमे से कोई तीन बातें यहाँ लिखो।
उत्तर- 1. बापू जी भारत की स्वंत्रता के लिए लड़ रहे थे। 2. गाँधी जी चरखे पर सूत कातते थे। 3. गाँधी जी हमेशा अन्याय का विरोध करते थे।
चूल्हा
धनी की माँ चूल्हा फूँक रही थी।
धनी की माँ खाना पकाने के लिए चूल्हे का इस्तेमाल करती थी।
नीचे कुछ चित्र बने हैं। इनके नाम पता करो और लिखो।
तुम्हारे घर में खाना पकाने के लिए इनमें से किसका इस्तेमाल किया जाता है?
उत्तर-
1. स्टोव
2. चूल्हा3. गैस-स्टोव
4. कोयले की भट्टीइनमें से नीचे लिखे ईंधनो का प्रयोग होता है-
1. स्टोव- मिट्टी का तेल
2. चूल्हा- लकड़ी
3. गैस-स्टोव- रसोई गैस
4. कोयले की भट्ठी- कोयला।
वर्तमान में मेरे घर में खाना पकाने के लिए गैस-स्टोव का इस्तेमाल किया जाता है।
कहानी से आगे
प्रश्न- नीचे कहानी में आए कुछ शब्द लिखे हैं। कक्षा में चार-चार के समूह में एक – एक चीज के बारे में पता करो-
स्वतंत्रता , सत्याग्रह , खादी , चरखा
तुम इस काम में अपने दोस्तों से, बड़ों से, शब्दकोश या पुस्तकालय से सहायता ले सकते हो । जानकारी इकट्ठा करने के बाद कक्षा में इस के बारे में बताओ।
उत्तर – *स्वतंत्रता – आजादी।
*सत्याग्रह – सत्य के लिए किया गया हठ आग्रह।
*खादी – खद्दर या सूती कपड़ा, चरखे से बनाए गए धागे से बना मोटा कपड़ा।
*चरखा – सूत (धागा) कातने या रुई से धागा बनाने का लकड़ी का यंत्र।
नोट – इन शब्दों के बारे में सभी बच्चे आपस में चर्चा करें और जानकारी इकट्ठा करके कक्षा में बताएँ।
आगे की कहानी
प्रश्न- गाँधी जी ने धनी से कहा , “ क्या तुम आश्रम में ही रहकर मेरे लिए बिन्नी की देखभाल करोगे?”
धनी ने गाँधी जी की बात मान ली।
जब गाँधी जी दांडी यात्रा से लौटे होंगे , तब आश्रम में क्या-क्या हुआ होगा ? आगे की कहानी सोच कर लिखो।
उत्तर –
गाँधी जी हँसते हुए बोले, “इतने दिन पैदल चलते-चलते मैं कमजोर हो गया था। अब मेरी ताकत फिर से लौट आएगी।”
मैं सुबह-शाम आपके लिए दूध लेकर आऊँगा। धनी ने खुश होकर कहा। सारे लोग ठहाका लगाकर हँस पड़े।
कहानी से
प्रश्न- (क) धनी ने गाँधी जी से सुबह के समय बात करना क्यों ठीक समझा होगा?
उत्तर- धनी ने गाँधी जी से सुबह से बात करना इसलिए ठीक समझा होगा क्योंकि गाँधी जी रोज सुबह आश्रम में पैदल घूमते थे। इस समय उनसे मिलना आसान था। दिन में उन्हें अकेले पकड़ पाना बहुत मुश्किल था।
(ख) धनी बिन्नी की देखभाल कैसे करता था?
उत्तर – धनी बिन्नी की देखभाल के लिए बिन्नी को हरी घास खिलाता, पानी पिलाता, उसे आश्रम में चरों ओर घूमाता और उससे बातें करता था।
(ग) धनी को कैसे महसूस हुआ होगा कि आश्रम में कोई योजना बनाई जा रही है?
उत्तर- आश्रम में सभी लोग किसी ख़ास चर्चा में लगे तथा गंभीर मुद्रा में बातें, और सलाह-मशविरा करते हुए देखकर धनी को यह महसूस हुआ होगा कि आश्रम में कोई योजना बनाई जा रही है।
कहानी और तुम
प्रश्न- (क) धनी यात्रा पर जाने के लिए उत्सुक क्यों था?
अगर तुम धनी की जगह होते तो क्या तुम यात्रा पर जाने की जिद करते? क्यों?
उत्तर- धनी यात्रा में जाने के लिए उत्सुक था क्योंकि वह देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में भाग लेना चाहता था।
अगर मैं धनी की जगह होता तो मैं यात्रा पर जाने की जिद करता क्योंकि मैं भी चाहता हूँ की अपने देश के लिए कुछ करूँ।
(ख) गाँधी जी ने धनी को न जाने के लिए कैसे मनाया?
क्या तुम गांधीजी के तर्क से सहमत हो? क्यों?
उत्तर- गाँधी जी ने धनी को बिन्नी की देखभाल के लिए राजी इस प्रकार किया।
ताकत के लिए
प्रश्न- गाँधी जी ने कहा, “ जब मैं वापस आऊँगा तो मुझे खूब सारा दूध पीना पड़ेगा, जिससे कि मेरी ताकत लौट आए।
बताओ, खूब सारी ताकत और अच्छी सेहत के लिए तुम क्या – क्या खाओगे – पिओगे?
उत्तर- चटपटी अंकुरित दाल, मीठा दूध, रसीला आम, गर्मागर्म साग, कुरकुरी मक्का की रोटी, खुशबूदार दाल।
विशेषता के शब्द
प्रश्न- अभी तुमने जिन खाने-पीने की चीजों के नाम पढ़े, उनकी विशेषता बता रहे हैं ये शब्द- चटपटी , मीठा , गर्म, ठंडा , कुरकुरी आदि
उत्तर –
मीठा ...... हलवा
हरा ...... पेड़
काला ...... नमक
छोटी ...... चींटी
भारी ...... पत्थर
हल्का ...... कुर्ता
मोटा ...... चश्मा
तिरंगा ...... झंडा
चाँद की बिंदी
प्रश्न- नीचे लिखे शब्दों में सही जगह पर ं या ँ लगाओ।
उत्तर-
धुआँ | कुआँ | फूँक | कहाँ |
स्वतंत्र | बाँध | माँ | गाँव |
बंदगोभी | इंतजार | पसंद |
अथवा
धुआ-धुंआ
कुआ-कुंआ
फूक-फेंक
कहा-कहाँ
स्वतंत्र-स्वतंत्र
बाध-बाँध
मा-माँ
गाव-गाँव
बदगोभी-बंदगोभी
इंतज़ार-इंतज़ार
पसद-पसंद
किसकी जिम्मेदारी?
प्रश्न- धनी को बिन्नी की देखभाल करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इनकी क्या-क्या जिम्मेदारियाँ थी?
माँ
पिता
बिंदा
उत्तर- * माँ की जिम्मेदारी आश्रम के लोगों के लिए खाना पकाने की थी।
*पिता की जिम्मेदारी चरखा कातकर धागा बनाने की थी।
*बिंदा को आश्रम में तरह-तरह की सब्जियाँ उगाने की जिम्मेदारी दी गई थी।
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