Class-5 Hindi (Full Book)

 

Class-5 Hindi 

रिमझिम पाठ -1. राख की रस्सी

भोला-भाला
प्रश्न 1 . तिब्बत के मंत्री अपने बेटे के भोलेपन से चिंतित रहते थे
(
क) तुम्हारे विचार से वह किन किन बातों के बारे में सोच कर परेशान होते थे
उत्तर- हमारे विचार से वे सोचते होंगे की उनका बीटा आगे चलकर अपना खर्चा कैसे चलाएगा और अपना जीवनयापन किस तरह करेगा |

(ख) तुम तिब्बत के मंत्री की जगह होती तो क्या उपाय करती|
उत्तर- में तिब्बत के मंत्री की जगह होती तो अपने बेटे को प्यार से समझाती |


शहर की तरफ
प्रश्न 1. “मंत्री ने अपने बेटे को शहर की तरफ रवाना किया |”
(
क) मंत्री ने अपने बेटे को शहर क्यों भेजा?
उत्तर- मंत्री ने अपने बेटे को शहर और दुनियादारी को समझाने के लिए भेजा था|

(ख) उसने अपने बेटे को भेडो के साथ शहर में ही क्यों भेजा?
उत्तर- उसने अपने बेटे को भेड़ो के साथ शहर में इसलिए भेजा क्योंकि वह उसे कुछ चतुर और समझदार बनना चाहता था|

(ग) तुम्हारे घर के बड़े लोग पहले कहां रहते थे? घर में पता करो| कुछ तो आज पड़ोस में किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में पता करो, जो किसी दूसरी जगह जाकर बस गया हो| तो उनसे बातचीत करो रोज जानने की कोशिश करो की क्या अपने निर्णय से खुश है| क्यों? एक पुरुष, एक महिला और एक बच्चे से बात करो| यही भी पूछो कि उन्होंने वह जगह क्यों छोड़ दी?
उत्तर- हमारे घर के बड़े लोग पहले गांव में रहते थे| मेरे पड़ोस में गांव से आकर रहने वाला एक बच्चा अपने निर्णय से खुश है, क्योंकि यहां सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है| उस व्यक्ति ने वे स्थान कुछ परेशानियों के कारण छोड़ दिया| मेरे पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने पति की नौकरी छोड़ने के कारण पुरानी जगह छोड़ वही मेरे पड़ोस में रहने वाले एक अन्य बच्चे ने पुरानी जगह अपने मां बाप के साथ दूसरी जगह जाने के कारण छोड़ दी|

प्रश्न 2.‘जौएक तरह का अनाज है जिसे कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है| इसकी रोटी भी बनाई जाती है, सत्तू बनाया जाता है और सूखा भूनकर भी खाया जाता है| अपने घर में और अपने स्कूल में बातचीत करके कुछ और अनाज के नाम पता करो|
गेहूं जौ
….. ……
…… ……
उत्तर- गेहूं जौ
बाजरा चना
मक्का सोयाबीन

प्रश्न 3. गेहूं और जौ अनाज होते है और ये तीनो शब्द संज्ञा है| ‘गेहूंऔर जौअलग-अलग किस्म के अनाजो के नाम है इसलिए ये दोनों व्यक्तिवाचक संज्ञा है| और अनाजजातिवाचक संज्ञा है| इसी प्रकार रिमझिमव्यक्तिवाचक संज्ञा है और पाठ्यपुस्तकजातिवाचक संज्ञा है|
(
क) नीचे दी गई संज्ञाओ का वर्गीकरण इन दो प्रकार की संज्ञाओ में करो- लेह धातु शेरवानी भोजन ताँबा खिचड़ी शहर वेशभूषा
उत्तर- व्यक्तिवाचक संज्ञा लेह, शेरवानी, ताँबा, खिचड़ी|
जातिवाचक संज्ञा धातु, भोजन, शहर, वेशभूषा|

(ख) ऊपर लिखी हर जातिवाचक संज्ञा के लिए तीन-तीन व्यक्तिवाचक संज्ञाए खुद सोचकर लिखो|
उत्तर- धातु सोना, दाल, चावल
भोजन रोटी, दाल, चावल|
शहर दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता|
वेशभूषा धोती, साड़ी, कमीज़|


तुम सेर, मैं सवा सेर
प्रश्न 1.इस लड़की का तो सभी लोहा मान गए| था न सचमुच नहले पर दहला! तुम्हे भी यही करना होगा|
तुम ऐसा कोई काम ढूंढो जिसे करने के लिए सूझाबुझ की जरूरत हो | उसे एक कागज में लिखो और तुम सभी अपने अपने चीट को एक डिब्बे में डाल दो | डिब्बे को बीच में रखकर उसके चारों ओर गोलाई में बैठ जाओ | अब एक एक करके आओ उस डिब्बे से ए क चिट निकालकर पढ़ो और उसके लिए कोई उपाय सुझाओ | जिस बच्चे ने सबसे ज्यादा उपाय सुझाए वह तुम्हारी कक्षा का बीरबलहोगा |
उत्तर- अध्यापक ने कहा कि तुम पानी का पत्थर लेकर आओ | कुछ सोचने के बाद मैंने उनसे कहा कि फिर आपको उस पत्थर को आधे घंटे हाथ में रखना पड़ेगा अध्यापक ने मुझे हां कह दिया फिर एक बर्फ का टुकड़ा ले आया और उन्हें दे दिया वह हैरान रह गए और मन ही मन सोचने लगे कि वह आधे घंटे हाथ में कैसे रखेंगे | छात्र ने अपनी सूझबूझ से कोई काम ढूंढकर खेल पूरा करें|

प्रश्न 3. मंत्री ने अपने बेटे से कहा पिछली बार भेड़ों के बाल उतार कर बेचना मुझे जरा भी पसंद नहीं आया |” क्या मंत्री को सचमुच यह बात पसंद नहीं आई थी? अपने उत्तर का कारण भी बताओ |
उत्तर- ऐसा नहीं था कि उन्हें बात पसंद नहीं आई लेकिन मंत्री को पता चल गया था कि यह काम उन के बेटे का नहीं है| वैसे भी वह अपने बेटे को चलाक या होशियार बनाना चाहता था | इसलिए उसने ऐसा किया व बाद में उसने उस लड़की से अपने बेटे की शादी नहीं करवाई|


सिंग और जौ
प्रश्न- पहली बार में मंत्री के बेटे ने भेड़ों के बाल बेच दिए और दूसरी बार में भेड़ों के सीन्ग बेच डाले | जिन लोगों ने यह चीजें खरीदी होगी, उन्होंने भेड़ों के बालों सींगों का क्या किया होगा? अपनी कल्पना से बताओ|
उत्तर- जिन लोगों ने यह चीजें खरीदी होगी उन्होंने भेड़ों के बालों से ऊंन के वस्त्र और सींगों से सजावटी सामान बनाया होगा |


बात को कहने के तरीके
प्रश्न 1. नीचे कहानी के कुछ उपाय दिए गए हैं | इन बातों को तुम किस तरह से कह सकते हो-
(
क) चैन से जिंदगी चल रही थी |
(
ख) होशियारी उसे छूकर भी नहीं गई थी |
(
ग) मैं इसका हल निकाल देती हूं |
(
घ) उनकी अपनी चालाकी धरी रह गई |
उत्तर- (क) जिंदगी आराम से कट रही थी |
(
ख) वह होशियार नहीं था |
(
ग) मैं इसके लिए उपाय बता देती हूं |
(
घ) उनकी अपनी चालाकी किसी काम नहीं आई |

प्रश्न 2.‘लोनपो गार का बेटा होशियार नहीं था |’
(
क) होशियारऔर चालाकमें क्या फर्क होता है? किस आधार पर किसी को तुम चालाक या होशियार कह सकती हो? इसी प्रकार भोलाऔर बुध्दूके बारे में भी सोचो और कक्षा में चर्चा करो |
उत्तर- होशियारी से तात्पर्य है- समझदार होना | जबकि चालाक का अर्थ है- अत्यधिक चतुर होना |
जो व्यक्ति दूसरों से काम निकलवाने के लिए तरह तरह की बातें करता है , उसे हम चालाक कहते हैं | वही जो व्यक्ति समझदारी की बातें करता उसे समझदार कहते हैं | इसी प्रकार भोलाका अर्थ है- सीधा-साधा होना जबकि बुद्धू का अर्थ बेवकूफ है |

(ख) लड़की को तुम समझदार कहोगी या बुद्धिमान क्यों?
उत्तर- लड़की को हम बुद्धिमान कहेंगे, क्योंकि अपनी बुद्धि के बल पर वह हर समस्या का समाधान आसानी से ढूंढ रही थी|


नाम दो
कहानी में लोनपो गार के बेटे और लड़की का कोई नाम नहीं दिया गया है | नीचे तिब्बत में बच्चों के नामकरण के बारे में बताया गया है | यह परिचय पढो और मनपसंद नाम छाटकर बेटे और लड़की को कोई नाम दो |
नमिया, डावा, मिगमार, लाखपा, नुखु, फू, दोरजे ये क्या है? कोई खाने की चीजे या घूमने की जगहो के नाम |जी नहीं, ये है तिब्बती बच्चों की कुछ नाम | ये सारे नाम की तिब्बत में शुभ माने जाते हैं| ‘नामियानाम दिया जाता है रविवार को जन्म लेने वाले बच्चों को| मानते हैं कि इस बच्चे को उस दिन के देवता सूरज जैसी शक्ति मिलेगी और जब जब उसका नाम पुकारा जाएगा, वह शक्ति बढ़ती जाएगी| सोमवार को जन्म लेने वाले बच्चों का नाम डावारखा जाता है यह लड़का लड़की दोनों का नाम हो सकता है| तिब्बती भाषा के डावा के दो मतलब होते है, सोमवार और चाँद| यानी डावा चांद जैसी रोशनी फैलाएगी और अंधेरा दूर करेगी| तिब्बत में बुद्धू के स्त्री पुरुष रू पो नामकरण करते हैं खासकर दोलमा नाम बहुत मशहूर मिलता है| हम बुद्धि के इस्त्री रूप तारा का का ही तिब्बती नाम है|
उत्तर- लोनपा गार के बेटे को हम नुखूनाम देंगे| जबकि उस लड़की को डावानाम देंगे |

 

 

पाठ-2. फ़सलो का त्योहार

मौसम का अंदाज
प्रश्न 1.“खिचड़ी में अइसन जाड़ा हम पहिले कब्बो न देखनी|”यहाँ तुम खिचड़ीसे क्या मतलब निकाल रही हो?
उत्तर-यहाँ खिचड़ी से मतलब मकर-संक्रांति से है|

प्रश्न 2.क्या कभी ऐसा हो सकता है कि सूरज बिल्कुल ही न निकले?
अगर ऐसा हो तो …………… अपने साथियों के साथ बातचीत करके लिखो|
उत्तर-अगर सूरज न निकले तो चारो ओर अँधेरा रहेगा और ठंड भी अधिक हो जाएगी|

प्रश्न 3.बाहर देखने से समय का अंदाजा क्यों नहीं हो पा रहा था?जिनके पास घड़ी नहीं होती वे समय का अनुमान किस तरह से लगते है?
उत्तर-बाहर सूरज नहीं निकला था, इसलिए समय का अंदाजा नहीं हो पा रहा था| जिसके पास घड़ी नहीं होती, वे समय का अनुमान सूरज को देखकर लगाते है|


तुम्हारी जुबान
प्रश्न-(क) आज ई लोग के उठे के नईखे का?”
उत्तर- आज ये लोग क्या उठेंगे नहीं?

(ख) जा भाग के देख कर के पत्ता आइल की ना?”
इन वाक्यों को अपने घर की भाषा में लिखो|
उत्तर- जा भागकर देख केले के पत्ते आए के नहीं|


भारत तेरे रंग अनेक
प्रश्न 1. विविधता हमारे देश की पहचान है| फसलों का त्योहार हमारे देश के विविध रंग-रूपों का एक उदाहरण है| नीचे विविधता के कुछ और उदाहरण दिए गए हैं| 5 – 5 बच्चों का समूह 1 – 1 उदाहरण ले और उस पर जानकारी इक्कट्ठी करें| (जानकारी चित्र, फोटोग्राफ, कहानी, कविता, सूचनापारक सामग्री के रूप में हो सकती है| ) हर समूह इस जानकारी को कक्षा में प्रस्तुत करें| *भाषा *कपड़े *नया वर्ष *भोजन *लोक कला *लोक संगीत
उत्तर- भाषा  भारत में हर जगह पर विभिन्न भाषाएं बोली जाती है| लेकिन राष्ट्रभाषा के रूप में सारे भारत में हिंदी का ही प्रयोग होता है|
कपड़े  भारत के विभिन्न प्रांतों में अलग अलग तरह के कपड़े पहने जाते हैं |
नया वर्ष  भारत के अलग अलग राज्य में नया वर्ष विभिन्न तरह से मनाया जाता है |
भोजन  देश के अलग अलग राज्य में विभिन्न तरह के भोजन मिलते हैं |
लोक कला  भारत को अलग अलग राज्य में विभिन्न कलाएं विद्यमान है, जो भारत की संस्कृति को बनाए हुए हैं|
लोक संगीत  भारत में सभी राज्य के अलग अलग लोकसंगीत है | छात्र स्वयं कक्षा में प्रस्तुत करें|

प्रश्न 2.तुम्हें कौन-सा त्योहार सबसे अच्छा लगता है और क्यों? इस दिन तुम्हारी दिनचर्या क्या होती है?
उत्तर-हमें होली का त्योहार सबसे अच्छा लगता है क्योंकि, इस दिन चारों ओर रंग ही रंग देखने को मिलते हैं|
इस दिन हम सुबह से ही जोश तथा उत्साह से भरे रहते हैं| गुजिया इस त्यौहार की मुख्य मिठाई है| जो लोग बड़े आनंद से खाते हैं|


अन्न के बारे में
प्रश्न-(क) फसल के त्योहार का तिलका बहुत महत्व होता है| तिल का किन किन रूपों में इस्तेमाल किया जाता है? पता करो?

उत्तर- तिल से विभिन्न प्रकार के पकवान तथा मिठाईयां बनाई जाती है| इससे तेल भी बनता है|

(ख) तुम जानती हो कि तिल से तेल बनता है? और किन चीजों से तेल बनता है और कैसे? हो सके तो तेल की दुकान में जाकर पूछो|
उत्तर- तिल के अतिरिक्त नारियल, सरसों, आंवला, मूंगफली, बादाम और फूलों से तेल बनता है| यह तेल मशीनों द्वारा निकाला जाता है|


किसान और चीजों का सफ़र
किसान और खेती हममें से बहुत से लोगों की जानी पहचानी दुनिया का हिस्सा है नहीं है | विशेष रुप से शहर के ज्यादातर लोगों को या अहसास नहीं है कि हमारी जिंदगी किस हद तक इससे जुड़ी हुई है| देश के कई हिस्सों में आज किसानों को जिंदा रहने के लिए बहुत मेहनत और संघर्ष करना पड़ रहा है| अगर यह जानने की कोशिश करें कि हम दिन भर जो चीज खाते हैं वह कहां से आती है तो- किसानों की हमारी जिंदगी में भूमिका को हम समझ पाएंगे| आलू की पकौड़ी, बर्फी और आइसक्रीम इन तीन चीजों के बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जानकारी इकट्ठी करो और मेरी कहानीके रूप में चीज उसे लिखो|
किन चीजों से बनती है|
इन चीजों का जन्म कहां होता है?
हम तक पहुंचने का उनका सफर क्या है?
किन किन हाथों से होकर हम तक पहुंचती है?
हम इस पूरे सफर में किन लोगों की कितनी मेहनत लगती है?
इन लोगों में से किसको कितना मुनाफा मिलता है?
अ गले वर्ष कक्षा 6 में सामाजिक एवं राजनीतिक विषय के बारे में पढ़ोगी तो उपाय के सफर में शामिल लोगों की दिनचर्या पता करने का मौका भी मिलेगा|
उत्तर- * आलू की पकोडी आलू और बेसन से बनती है| बर्फी खोये से बनती है व आइसक्रीम दूध से बनती है|
*
इन चीजों का जन्म किसानों के घरों में होता है|
*
हम तक ये चीजें किसानों के बाद व्यापारियों के माध्यम से पहुंचती है|
*
यह चीजें हम तक किसानो, व्यापारियों तथा दुकानदारों के हाथों से होकर पहुंचती है|
*
इस पूरे कार्य में किसान तथा व्यापारियों की बहुत मेहनत लगती है|
*
इन लोग में से किसानों को कम तथा व्यापारी को उनसे कुछ ज्यादा मुनाफा मिलता है|


खास पकवान
प्रश्न 1. ‘गयाशहर तिलकुट के लिए भी प्रसिद्ध है| हमारे देश में छोटी बड़ी ऐसी कई जगह है जो अपने खास पकवान के लिए मशहूर हैं| अपने परिवार के लोगों से पता करें उनके बारे में बताओ|
उत्तर-हमारे देश में मथुरा पेड़े के लिए, आगरा के पेठे के लिए और हरियाणा के घेवर के लिए प्रसिद्ध है|

प्रश्न 2. पिछले दो वर्षोमें तुमने काम वाले शब्दोंके बारे में जाना|
इन शब्दों को क्रिया भी कहते हिया क्योकि क्रिया का संबन्ध कोई काम करनेसे है| नीचे खिचड़ी बनाने की विधि दी गई| इसमें बीच-बीच में कुछ क्रियाये छूट गई है| उचित क्रिया का प्रयोग करते हुए इसे पूरा करो|
छोंकना पीसना पकाना धोना परोसनाभूनना बंगाली खिचुरी’ (5 व्यक्तियों के लिए)
सामग्रीमात्रा
अदरक20 ग्राम
लहसुन 3 फाँके
इलायची के दाने3 छोटी
दालचीनी2 से.मी. का एक टुकड़ा
पानी4 प्याले
मूँग दाल प्याले
सरसों का तेल3 बड़े चम्मच
तेज पत्ते2
जीरा छोटा चम्मच
प्याज बारीक कटा हुआ1 मंझोल
चावल धुले हुए1 प्याला
फूल गोभी बड़े-बड़े टुकड़ो में कटी हुई 200 ग्राम
आलू छीलकर चार-चार टुकड़ो में कटे हुए2
मटर के दाने प्याला
धनिया पिसा हुआ 1 बड़ा चम्मच
लाल मिर्च पिसी हुई छोटा चम्मच
चीनी 1 चम्मच
घी2 बड़े चम्मच
नमक और हल्दी अंदाज से
उत्तर-विधि इलाइची, दालचीनी और लौंग में थोड़ा थोड़ा पानी (एक छोटा चम्मच) डालते हुए पीसलो| अदरक और लहसुन को इकट्टा पीसकर पेस्ट बनाओ| दाल को कढ़ाई में डालो और धीमी आंच पर सुनहरी भूरी होने तक भून लो अब दाल निकालकर पीस लो| तेल को कुकर में डालकर गर्म करो| तेल गर्म होने पर तेज पत्ते और जीरा डालो| जीरा जब चटकने लगे, तो प्याज डालकर सुनहरा भूरा होने तक भुनो| अब अदरक-लहसुन का पेस्ट डाल कर कुछ मिनट तक भूनों| धुली हुई दाल, चावल और सब्जी डालों और अच्छी तरह मिलाओ| और शेष पानी (4 प्याले) डाल कर एक बार हिलाओ| कुकर बंद करो| तेज आँच पर पूर्ण प्रेशर आने दो| अब आँच तेज करके 4 मिनट तक पकाओ| भाप निकल जाने पर कुकर खोलो, मसालों का पेस्ट मिलाओ| खिचुरी घी, हींग, जीरा, साबुत लाल मिर्च से छौक कर परोसो|

 

 

पाठ- 3. खिलौनेवाला

कविता और तुम
प्रश्न 1. तुम्हे किसी-न-किसी बात पर रूठने के मौके तो मिलते ही होंगे-
(
क) अक्सर तुम किस तरह के बातों पर रूठती हो?
उत्तर- जब हमे कोई डांट देता है यो हमारी मनपसंद वस्तु नहीं देता तो हम रूठ जाते हैं|

(ख) माँ के अलावा घर में और कौन कौन है जो तुम्हे मानते हैं?
उत्तर- घर में माँ के आलावा पिताजी, दादाजी-दादीजी और बड़े भाई-बहन हमें मना लेले हैं|

प्रश्न 2. हम ऐसे कई त्योहार मनाते हैं जो बुरे पर अच्छाई की जीत पर बल देते हैं| ऐसे त्योहार के बारे में उनसे जुड़ी कहानियों के बारे में पता करके कक्षा में सुनाओ|
उत्तर-जो बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रमुख त्योहार दशहरा है| जो भगवान श्रीराम की रावण पर जीत का प्रतिक है|

प्रश्न 3. तुमने रामलीला के जरिए या फिर किसी कहानी के जरिए रामचंद्र के बारे में जाना-समझा होगा| तुम्हे उनकी कोन-सी बातें अच्छी लगीं?
उत्तर- श्रीरामचंद्रएक आज्ञाकारी पुत्र तथा मर्यादा पुरुषोत्तम रजा थे| ते बहे हमेबहुत अच्छी लगी और उनके गुण हमे प्रभावित करते हैं|

प्रश्न 4. नीच दिए गए भाव कविता की जिन पंक्तियों में आए हैं, उन्हें छांटो-
(
क) खिलौने वाला साड़ी नहीं बेचता है|
उत्तर  कभी खिलौने वाला भी माँ
क्या साड़ीले आता है|
(
ख) खिलौने वाला बच्चोंको खिलौने लेने के लिए आवाजें लगा रहा है|
उत्तर  जोर-जोर वह रहा पुकार|
(
ग) मुझे कौन सा खिलौना लेना चाहिए उसमें माँ की सलाह चाहिए|
उत्तर  कौन खिलौना लेता हूँ मैं
तुम भी मन में करो विचार|
(
घ) माँ के बिना कौन मनाएगा और कौन गोद में बिठाएगा?
उत्तर  तो कौन मना लेगा
कौन प्यार से बिठा गोद में

प्रश्न 5. ‘मूंगफली ले ले मूंगफली!
गरम करारी टाइम पास मूंगफली !
तुमने फेरी वालों को इसी आवाजें लगाते हुए जरूर सुना होगा| तुम्हारे गली-मोहल्ले में ऐसे कौन-से आते हैं और वे किस ढंग आवाज लगाते हैं? उनका अभिनय करके दिखाओ| वे क्या बोलते हैं, उसका भी एक संग्रह तैयार करो|
उत्तर-गली-मोहल्ले में सब्जी वाले, कबाड़ी वाले आदि आते हैं| वे निम्नलिखित आवाजें लगाते हैं-
सब्जीवालाआलू लो, बैंगन लो, घीया लो, टमाटर लो|
कबाड़ीवालाकबाड़ीवाला, कबाड़ीवाला|
कपड़ेवालासूट वाला बढ़ियां साड़ी वाला|
फल वालाकेले चितरीदार केले|


खेल-खिलौने
प्रश्न 1. (क) तुम यहाँ लिखे खिलौनों में से किसे लेना पसंद करोगी| क्योँ?
गेंद हवाई जहाज़ मोटरगाड़ी
रेलगाड़ी फिरकीगुड़िया
बर्तन सेटधनुष बाणबल्ला या कुछ और
उत्तर- मैं इन खिलौनों में से हवाई जहाज़ लेना पसंद करूंगी| क्योंकि मुझे नीले आसमान में हवाई जहाज़ उड़ता हुआ भुत अच्चा लगता है|
(
ख) तुम अपने साथियों के साथ कौन-कौन से खेल खेलती हो?
उत्तर- हम अपने साथियों के साथ क्रिकेट, फुटबाल, कैरम, लूडो, चैस, आदि खेल खेलते हैं|

प्रश्न 2. खिलौने वाला शब्द संज्ञा में वालाजोड़ने से बना है| नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित हिस्सों को ध्यान से देखों संज्ञा, क्रिया आदि पहचानों|
पानवाल की दुकान आज बंद है|
मेरी दिल्लीवाली मौसी बस कन्डक्टर है|
महमूद पाँच बजे वाली बस से आएगा|
नंदू को बोलने वाली गुड़िया चाहिए|
दाढ़ीवाला आदमी कहाँ है?
इस समान को ऊपर वाल कमरे में रख दो|
मै रत वाली गाड़ी से जम्मू जाऊँगी|
उ त्तर-पान संज्ञा
दिल्ली संज्ञा
पाँचविशेषण
बोलना क्रिया
दाढ़ीसंज्ञा
ऊपरक्रिया
रातसंज्ञा


तुम्हारी रामलीला
प्रश्न-क्या तुमने रामलीला देखी है? रामलीला की किसी एक लघु-कहानी कको चुनकर कक्षा में अपनी राम्म्लीला प्रस्तुत करो|
उत्तर-हाँ, हमने रामलीला देखी है|
(
छात्र रामलीला की किसी एक लघु-कहानी को चुनकर कक्षा में अपनी रामलीला प्रस्तुत करने का अभ्यास करे)


कविता में कथा
प्रश्न- इस कविता में तीन नाम-
राम, कौशल्या और तड़का आए हैं|
(
क) ये तीनो नाम किस प्रसिद्ध कथा के पात्र हैं?
उ त्तर- यह तीनों नाम रामायण की प्रसिद्ध कथा के पात्र है|

(ख) यहीं रहूँगा कौशल्या मैं तुमको यहीं बनाऊँगा | इन पंक्तियों का कथा से क्या संबंध है?
उ त्तर- बच्चा अपनी मां के पास ही रहना चाहता है जबकि श्री रामचंद्र अपनी मां से दूर चले गए थे|

(ग) इस कथा के कुछ संदर्भो की बात कविता में हुई है | अपने आस पास पूछकर इनका पता लगाओ|
*
तपसी यज्ञ करेंगे , असुरों को मैं मार भगाऊगा|
*
तुम कह दोगी वन जाने को हँसते -हँसते जाऊगा|
उ त्तर- * श्री रामचंद्र ने ऋषि-मुनियों की तपस्या सफल कराने के लिए राक्षसों का वध किया था|
*
श्री रामचंद्र अपने माता पिता के कहने पर खुशी -खुशी 14 वर्ष के वनवास पर चले गए थे|

 

 

पाठ- 4. नन्हा फ़नकार

केशव की घंटियाँ
प्रश्न 1. “माशा अल्लाह! ये घंटियां कितनी सुंदर है| तुमने यह खुद बनाई है?”
बादशाह अकबर ने यह बात इसलिए कई होगी-
(
क) केशव के काम की तारीख में
(
ख) यह जानने के लिए कि घंटियाँ कितनी सुंदर है
(
ग) केशव से बातचीत शुरू करने के लिए
(
घ) घंटिया किसने बनाई , यह जानने के लिए
(
ङ) क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि 10 साल का बच्चा केशव इतनी सुंदर घंटियां बना सकता है|
(
च) कोई और कारण जो तुम्हें ठीक लगता हो|
उ त्तर- बादशाह अकबर ने यह बात इसलिए कही होगी क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि 10 साल का बच्चा कैसे इतनी सुंदर घंटियां बना सकता है|

प्रश्न 2. केशव पत्थर पर घंटिया तथा कडियां तराश रहा था| उसके द्वारा तराशी जा रही घंटियों और कड़ियों का चित्र अपनी कॉपी में बनाओ| तुम्हे क्या कोई ख़ास इमारत याद आ रही है जिसमें नक्काशी की गई हो| संभव हो तो उसकी तस्वीर चिपकाओ|

उत्तर-

प्रश्न- केशव के पिता गुजरात से आगरा आकर बस गए थे| हो सकता है कि तुम या तुम्हारे कुछ साथियों के माता पिता भी कहीं ओर से यहां आकर बस गए हो | बातचीत करके पता लगाओ कि ऐसा करने के क्या हो सकते हैं ?
उत्तर- जब किसी को अपने क्षेत्र में रोजगार आदि नहीं मिलता है, तब वह दूसरी जगह जाकर बस जाता है|


कहानी से
प्रश्न 3. अकबर को पहरेदार की दखलंदाजी अच्छी क्यों नहीं लगी?
उत्तर- अकबर एक अच्छे राजा थे| वह अपनी प्रजा से मिलते रहते थे| इसलिए अकबर पहरेदारो की दखलंदाजी अच्छी नही लगी|

प्रश्न 4. “लगता है कोई बहुत बड़ा आदमी है,” यहां पर बड़े आदमीसे केशव का क्या मतलब है?
उत्तर- यहां पर बड़े आदमी से केशव का मतलब है- कोई अमीर आदमी तथा प्रतिष्ठित आदमी|

प्रश्न 5. “खरगोश की-सी कातर आँखें
पशु पक्षियों से तुलना करते हुए और भी बहुत-सी बातें कही जाती जैसे हिरन जैसी चाल’| ऐसे ही कुछ उदाहरणतुम भी बताओ|
उत्तर-(1) शेर जैसी दहाड़
(2)
मोरनी जैसी गर्दन
(3)
कोयल की आवाज
(4)
हिरनी-सी चाल
(5)
हाथी जैसी मतवाली चाल|

प्रश्न 6. अकबर ने जब नक्काशी सीखना चाहा, तो केशव न उन्हे सन्देहभरी नज़रों से क्यों देखा?
उत्तर- अकबर एक बहुत बड़ी बादशाह थे| जब उन्होंने नक्काशी सीखना चाहा, तो केशव ने उन्हे इसी कारण संदेहभरी नजरों से देखा|

प्रश्न 7. केशव दस साल का है| क्या उसकी उम्र के बच्चों का इस तरह के काम से जुड़ना ठीक है? अपने उत्तर के कारण जरूर बताओ|
उत्तर- केशव दस साल का है| उसकी उम्र के बच्चों का इस तरह के काम से जुड़ना ठीक नहीं है, क्योंकि इतनी उम्र के बच्चों को पढाई-लिखाई करने के बाद ही ऐसे काम करने चाहिए|

प्रश्न 8. “केशव बार-बार सबको सुनाता|”
केशव सबसे क्या कहता होगा? कल्पना काके केशव के शब्दों में लिखो|
उत्तर- केशव सबसे कहता होगा किमुझसे तो बादशाह मिलने आए थे| क्या तुमसे कभी बादशाह मिलने आए है? उन्होंने तो मुझे शाबाशी भी दी है क्योंकि मैंने उन्हें नक्काशी सिखाई थी|


शब्दों की निराली दुनिया
प्रश्न 1.(क) नक्काशी जैसे किसी काम को चुनो(बढ़ईगिरी, मिस्त्री इत्यादि) जिसमे औजारों का इस्तेमाल होता है| उन ख़ास औजारों के नाम पता करके लिखो|
उत्तर- बढ़ईगिरी में प्रयोग होने वाले औज़ार-
आरी –(लकड़ी काटने के लिए)
हथोड़ा -(कील ठोकने के लिए)
रंदा -(लक्सी घिसने के लिए)
जमुर -(कील उखाड़ने के लिए)

(ख) छैनी, हथौड़ा, तराशना, किरचें- ये सब पत्थर के काम से जुड़े हुए शब्द है| लकड़ी के दूकानदार और बढ़ई से बात करके लकड़ी के काम से जुड़े शब्द इकट्ठे करो और कक्षा में उन पर सामूहिक रूप से बातचीत करो| कुछ शब्द हम यह दे रहे हैं| आरी, रंदा, बुरादा, प्लाई, सूत…..|
उत्तर- आरी, रंदा, बुरादा, प्लाई, सूत, कील, हथोड़ी, कड़ी, फट्टा, पेच, सनमाइका आदि|
छात्र स्वयं कक्षा में बातचीत करें|

(ग) हो सकता है के तुम्हारे इलाके में इन चीजों और कामों के लिए कुछ अलग किस्म के शब्द इस्तेमाल होते हों| उन पर भी बातचीत करो|
उत्तर- छात्र अपने इलाके के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द के आधार पर बातचीत करें|

प्रश्न 2. ‘कटावशब्द कटक्रिया से पैदा हुआ है| नीचे लिखी संज्ञाएँ किन क्रियाओं से बनी हैं? इन संज्ञाओं का अर्थ समझो और वाक्य में प्रयोग करो|
चुनाव , पड़ाव , बहाव , लगाव
उत्तर-

संज्ञाएँ

क्रिया

वाक्य

चुनाव

चुन

अच्छे फूल का चुनाव कर लो|

पड़ाव

पड़

आज यही पड़ाव दाल लो|

बहाव

बह

नदी का भाव तेज है|

लगाव

लग

पढ़ाई से उसका लगाव है|

प्रश्न 3.“लडके ने जल्दी-जल्दी कोई प्राथना बुदबुदाई|”
रेखांकित शब्द और नीचे लिखे शब्दों में क्या अंतर है? वाक्य बनाकर अंतर स्पष्ट करो|
उत्तर- बुदबुदाने का अर्थ है- मन ही मन में कुछ बोलना| जबकि फुसफुसाना, बडबडाना तथा भुनभुनाना में कुछ आवाज़ भी बाहरसुनाई देती है|
बुदबुदाना नौकर धीरे-धीरे बुदबुदाया|
फुसफुसाना मंत्री फुसफुसा कर कुछ बोले
बडबडाना वह क्रोध में बड़बड़ाने लगी
भुनभुनाना बिना वजह भुनभुनाना ठीक नहीं है|

प्रश्न 4. “बेवकूफ़, खड़ा हो| हुजूरे आला के सामने बैठने की जुर्रत कैसे की तूने! झुककर इन्हें सलाम कर|”
महल के पहरेदार ने केशव से यह इसीलिए कहा, क्योंकि-
(
क) बादशाह के सामने बैठ रहें उनका अपमान है|
(
ख) पहरेदार यह कहकर अपनी वफादारी दिखाना चाहता था|
(
ग) पहरेदार को बादशाह के आने का पता नहीं चला , इसलिए वह घबरा गया था|
(
घ) बादशाह का केशव से बात करना पहरेदार को अच्छा नहीं लगा|
उ त्तर- महल के पहरेदार ने केशव से यह इसलिए कहा- क्योंकि वह अपनी वफादारी दिखाना चाहता था|

 

 

पाठ- 5. जहाँ चाह वहाँ राह

जहाँ चाह वहाँ राह
प्रश्न 1. इला या इला जैसी कोई लड़की यदि तुम्हारी कक्षा में दाखिला लेती तो तुम्हारे मन में कौन-कौन से प्रश्न उठते?
उत्तर- यदि इला जैसी कोई लड़की हमारी कक्षा में दाखिला लेती, तो हमारे मन में प्रश्न उठते के ते काम कैसे करती होगी? इसे किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता होगा?

प्रश्न 2. इस लेख को पढ़ने के बाद की तुम्हरी सोच में कुछ बदलाव आए?
उत्तर- इस लेख को पढ़ने बाद हमारी सोच में यह बदलाव आया के हम अब अपाहिज लोगों को कमज़ोर नहीं समझेंगे और उन्हें भी हर काम करने में कुशल मानेगें|


मैं भी कुछ कर सकती हूँ….
प्रश्न 1. यदि इला तुम्हारे विद्यालय में आए तो किन-किन कामों में परेशानी आयेगी?
उत्तर- यदि इला हमारे विद्यालय में आए तो उसे निम्नलिखित कामों में परेशानी आएगी-
(
क) जल्दी-जल्दी लिखना|
(
ख) कोई खेल खेलना|
(
ग) कोई सामान उठाना|

प्रश्न 2. उसे यह परेशानी न हो इसके लिए अपने विद्यालय में क्या तुम कुछ बदलाव सुझा सकते हो?
उत्तर- उसे यह कामों में परेशानी न हो, इसके लिए हम विद्यालय में कुछ सहायक नियुक्त कर सकते है, जो सभियो कामों में इला जैसी छात्रों की सहायता करें|


प्यारी इला
इला के बारे में पढ़कर जैसे भाव्तुम्हारे मन में उठ रहे हैं उन्हें इला को चीट्ठी लिखकर बताओ| चिट्ठी की रुपरेखा नीचे दी गई है|

………..
…….
…….
प्रिय इला
……………………
……………………
……………………

तुम्हारा/तुम्हारी
उत्तर- परीक्षा भवन, दिल्ली
18
मार्च, 2009
प्रिय इला,
मैं तुम्हारी स्थिति को देखकर सोचती हूँ उतनी ही पीड़ा का अनुभव करती हूँ| मैं सोचती के तुन्हें कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता होगा| साथ ही मेरे मन में तुम्हारे लिए सच्ची सहानुभूति और प्रेम है| तुम्हारी जैसी साहसी लड़की को अपना मित्र बनाना चाहती हूँ|
तुंहारा/तुम्हारी
क.ख.ग.


सवाल हमारे, जवाब तुम्हारे
प्रशन 1. इला को लेकर स्कूल वाले चिंतित क्यों थे? क्या उनका चिंता करना सही था या नहीं? अपने उत्तर का कारण भी लिखो|
उत्तर- इला की सुरक्षा और उसके काम करने की गति को लेकर स्कूल वाले चिंतित थे| उनका चिंता करना सही था, क्योंकि इला जैसे छात्र को इन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है

प्रश्न 2. इला की कशीदाकारी में ख़ास बात क्या थी?
उत्तर- इला की कशीदाकारी मी लखनऊ और बंगाल की झलक थी| उसने कठियावाड़ी टाँकों के साथ-साथ अन्य कई टाँके इस्तेमाल किए थे| पतियों को चिकनकारी से सजाया था| डंडियों को कांथा से उभरा था| उसके डिजाइनों में नवीनता का मिश्रण देखने को मिलता था|

प्रश्न 3. सही के आगे(√ ) क निशाँ लगाओ|
इला दसवीं की परीक्षा पास नहीं कर सकी, क्योंकि
परीक्षा के लिय उसने अच्छी तैयारी नहीं की थी|
वह परीक्षा पास करना नही चाहती थी|
लिखने की गति धीमी होने के कारण वह प्रश्न पत्र पूरे नहीं कर पाती थी|
उसको पढ़ी करना कभी अच्छा लगा ही नहीं|
उ त्तर- इला दसवीं की परीक्षा पास नहीं कर सकी, क्योंकि लिखने की गति धीमी होने के कारण वह प्रश्न-पत्र पूरे नहीं कर पाती थी|

प्रश्न 4. क्या इला अपने पैर के अँगूठे से कुछ भी करना सीख पाती, अगर उसके आस-पास के लोग उसके लिए सभी काम स्वयं कर देते और उसको कुछ कने का मौका नहीं देते?
उत्तर- अगर इला के आस-पास के लोग उसके लिए सभी काम स्वयं कर देते और उसको कुछ कने का मौका नहीं देते, तो इला अपने पैर के अँगूठे से कुछ भी करना नहीं सीख पाती|


कशीदाकारी
प्रश्न 1.(क) इस पाठ में सिलाई-कढ़ाई से संबंधितकई शब्द आए है| उनकी सूचि बनाओ| अब देखो की इस पाठ को पढ़कर तुमने कितने नए शब्द सीखे|
(
ख ) नीचे दी गई सूची में से किन्ही दो से संबंधित शब्द ( संज्ञा और क्रिया दोनों ही ) इकट्ठा करो|
फुटबाल , बुने ( ऊन ) , बागबानी , पतंगबाजी
उ त्तर-(क) पल्लू, टाँके, बेल-बूट, कढ़ाई, कशीदाकारी सुई, पिरोना, रेशम, परिधान|
(
ख) बुनाई ऊन, सिलाई, फंदे, एक घर, धागा, डिजाइन, फंदे डालना आदि|
पतंगबाजी साड़ी, मांझा, पंग, चर्खी, कन्नी देना, उड़ाना आदि|

प्रश्न 2. एक सदा रुमाल लो या कपडा काटकर बनाओ| उस पर पाठ्यपुस्तक में(पृष्ठ संख्या- 46) दिए गए टाँको में से किसी एक टाँके का इस्तेमाल करते हुए बड़ों की माद से कढ़ाई करो|
उत्तर- सभी छात्र/छात्राएँ अध्यापक की सहायता से स्वयं करें|

 

 

पाठ- 6 . चिट्ठी का सफ़र

चट्ठी-पत्री
प्रश्न 1. गांधी जी को सिर्फ उनके नाम और देश के नाम के सहारे पत्र कैसे पहुँच गया होगा?
उत्तर- गांधी जी बहुत मशहूर यक्ति थे इसलिए उन तक उनके नाम और देश के नाम के सहारे पत्र पहुँच गया होगा|

प्रश्न 2. अगर एक पत्र में पत्ते के साथ का नाम हो तो क्या पत्र जगह पर पहुँच जाएगा?
उत्तर- हाँ, पत्र ठीक जगह पर पहुँच जाएगा|

प्रश्न 3. नाम न होने से क्या समस्याएँ आ सकती है?
उत्तर- नाम न होने से पत्र किसका है? ये पता लगाना थोडा मुश्किल होगा|

प्रश्न 4. पैदल हरकारों को किस-किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता होगा?
उत्तर- पैदल हरकारों को कठिनाइयों से भरे रास्तों से जाना पड़ता होगा और उन्हें मौसम को मार भी सहन करनी पड़ती होगी|

प्रश्न 5. अगर तुम किसी को चिट्ठी लिख रहे हो तो पते में यह जानकारी किस क्रम में लिखोगे?
गली / मोहल्ले का नाम , घर का नंबर , राज्य का नाम , खंड का नाम , कस्बे / शहर / गाँव का नाम , जनपद का नाम नीचे दी गई जगह में लिखो|
………….
………….
………….
………….
………….
तुमने इस क्रम में ही क्यों लिखा?
उ त्तर- 1.घर का नंबर
2.
गली/मोहल्ले का नाम
3.
खंड का नाम
4.
कसबे/शहर/गाँव का नाम
5.
जनपद का नाम
6.
राज्य का नाम
हमने पता इस क्रम में इसलिए लिखा, क्योंकि पता लिखते समय छोटी भौगोलिक इकाई से बड़ी भौगोलिक इकाई की तरफ बढ़ते हैं|

प्रश्न 6. अपने घर पर कोई पुराना(या नया) पत्र ढूँढो| उसे देखकर नीचे लिखे प्रशो के जवाब लिखो-
(
क) पत्र किसने लिखा?
(
ख) किसे लिखा?
(
ग) किस तारीख को लिखा?
(
घ) यह पत्र किस डाकखानें में तथा किस तारीख को पहुँचा?
(
ङ) यह उत्तर तुम्हे कैसे पता चला?
उ त्तर-(क) पत्र हमारी भीं ने लिखा|
(
ख) पत्र हमारी दादी के लिए लिखा|
(
ग) यह पत्र 26 फरवरी, 2008 को लिखा|
(
घ) यह पत्र रोहिणी डाकखाने में 27 फरवरी, 2008 को पहुँचा|
(
ड) यह उत्तर हमें पत्र को देखकर पता चला|

प्रश्न 7. चिट्ठी भेजने के लिए आमतौर पर पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र या लिफ़ाफ़ा इस्तेमाल किया जाता है| डाकघर जाकर इनका मूल्य पता करके लिखो-
उत्तर- पोस्टकार्ड पचास पैसे
अंतर्देशीय पत्र चार-पाँच रूपए
लिफ़ाफ़ा पाँच रूपए

प्रश्न 8. डाकटिकट इकट्ठा करो| एक रूपये से लेकर दस रूपये तक के डाकटिकटों को क्रम में लगाकर कॉपी पर चिपकाओ| इकट्ठा किए गए डाकटिकट पर अपने साथियों के साथ चर्चा करो|
उत्तर- छात्र डाकटिकट इकट्ठे कर स्वयं चिपकाए|


शब्दकोश
नीचे शब्दकोश का एक अंश दिया गया है जिसमें संचारशब्द का अर्थ भी दिया गया है|
संगीतज्ञ संगीत जाने वाला , संगीत की कला में निपुण|
संग्रह पु . 1. जमा काना , इकट्ठा करना , एकत्र करना|
प्र . दीपक आजकल पक्षियों के पंखों का संग्रह करने लगे है |
2.
इकट्ठी की हुई चिईजों का समूह या ढेर , संकनल ; जैसे टिकट संग्रह , निबंध संग्रह आदि|
संचार पु . 1. किसी सन्देश को दूर तक या बहुत से लोगो तक पहुँचाने की क्रिया या प्रणाली , कम्युनिकेशन|
उ . टेलीफ़ोन , टेलीविज़न , सेटेलाइट आदि | संचार के माध्यमों से दुनिया आज छोटी हो गई है |
2.
किसी चीज का प्रवाह , चलना , फैलना ; जैसे शरीर में रक्त का संचार , विद्युत् का संचार|
प्रश्न -(क) बताओ की कौन-सा अर्थ पाठ के संदर्भ में ठीक है|
(
ख) इन पन्ने को दयां से देखो और बताओ के शब्दकोश म दिए गए शब्दो के साथ क्या-क्या जानकारी दी गई होती है?
उत्तर-(क) किसी सन्देश को दूर तक या बहुत-से लोगो तक पहुँचाने की क्रिया या प्रणाली, कम्युनिकेशन| पाठ के संदर्भ मे ठीक है|
(
ख) शब्दकोश में दिए गए सब्दो के साथ उसका अर्थ, वाक्य प्रयोग, लिंग, वचन, पुरुष आदि व्याकरण जानने वाले भागों की जानकारी दी गई होती है|

 

 

पाठ- 7 . डाकिए की कहानी, कँवरसिंह की जुबानी

प्रश्न 1. डाकिए का क्या नाम था?
उत्तर- डाकिए का नाम कँवरसिंह था|

प्रश्न 2. डाकिया कहाँ का रहें वाला था?
उत्तर- डाकिया हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के नेरवा गाँव का रहने वाला था|

प्रश्न 3. कँवरसिंह के परिवार में कौन-कौन सदस्य थे|
उत्तर- कँवरसिंह के परिवार में चार बच्चे थे|

प्रश्न 4. डाक सेवक को क्या-क्या करना पड़ता है?
उत्तर- डाक सेवक को चिट्ठियाँ, रजिस्टरी-पत्र, पार्सल, बिल, बुढ़ें लोगो को पेंशन आदि बाँटने गाँव-गाँव जाना पड़ता है|

प्रश्न 5. भारतीय डाक सेवा की क्या विशेषता है?
उत्तर- भारतीय डाक सेवा दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे सस्ती डाक सेवा है|

प्रश्न 6. पहाड़ी क्षेत्रों में डाकिए को किन कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है?
उत्तर- पहाड़ी क्षेत्रों में डाकिए को मीलों पैदल चलना, बर्फबारी में फैसने जैसी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है|

प्रश्न 7. कँवरसिंह को कौन-सा पुरस्कार मिला?
उत्तर- कँवरसिंह को बेस्ट पोस्टमैनका पुरस्कार मिला|

प्रश्न 8. यह पुरस्कार उन्हें कब मिला?
उत्तर- यह पुरस्कार उन्हें सन् 2004 में मिला|

 

 

पाठ- 8. वे दिन भी क्या दिन थे

सोचो
प्रश्न 1. कुम्मी के हाथ जो किताब आई थी वहकब छपी होगी?
उत्तर- कुम्मी के हाथ जो किताब आई वह आज के जमाने की छपी हुई होगी|

प्रश्न 2. रोहित ने कहा था, “कितनी पुस्तकें बेकार जाती होगी| एक बार पढ़ी और फिर बेकार हो गई”| क्या सचमुच में ऐसा होता है?
उत्तर- हाँ,सचमुच ऐसा ही होता है| कई पुस्तकें एक बार पढ़कर फेंक दी जाती है, और वे बेकार हो जाती हैं|

प्रश्न 3. कागज़ के पन्नों की किताब और टेलीविजन के पर्दे पर चलने वाली किताब|तुम इनमें से किसको पसंद करोगे? क्यों?
उत्तर- हम कागज के पन्नों की किताब को पसंद करेंगे| क्योंकि वह हमेशा हमारे पास रहेगी और उसे पढ़ने तथा इधर-उधर ले जाने में भी आसानी रहेगी|

प्रश्न 4. तुम कागज़ पर छपी किताबों से पढ़ते हो| पता करो की कागज़ से पहले की छपाई किस-किस तरह की आसानियाँ और मुश्किलें है?
उत्तर- कागज से पहले की छपाई लकड़ी, पत्तो तथा धातु के बने पत्रों पर होती थी|

प्रश्न 5. तुम मशीन की मदद से पढ़ना चाहोगे या अध्यापक की मदद से? दोनों के पढ़ाने में किस-किस तरह की आसानियाँ और मुश्किलें है?
उत्तर- हम अध्यापक की मदद से पढ़ना चाहेगें| अध्यापक बच्चों को आसानी से समझा लेते हैं| लेकिन कई बार अध्यापक बच्चों को कुछ विषय नहीं समझा पाते है| वहीं मशीन से पढ़ाई में बच्चों को समझने में मुश्किल होगी| लेकिन मशीनी पढ़ाई से सभी विषयों की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है|


वे दिन भी क्या दिन थे!
प्रश्न बीते दिनों की प्रशंसा में कहीं जाने वाली यह बात तुमने कभी कभी किसी से सुनी है ? अपने बीते दिनों के बारे में सोचो और बताओ कि उन में से किस समय के बारे में तुम वे दिन भी क्या दिन थे !कहना चाहोगे?
उत्तर- जब हम छोटे थे, तब सभी हम से बहुत प्यार करते थे| साथ ही हमारे सभी इच्छाएं माता-पिता द्वारा पूरी की जाती थी| उन्हीं दिनों के लिए हम कहना चाहिए कि वे दिन भी क्या दिन थे”!
कल, आज और कल

प्रश्न 1. परेशान 1967 मैं हिंदी में छपी इस कहानी में कल्पना की गई है कि सालों बाद स्कूल की जगह मशीनें ले लेगी | तुम भी कल्पना करो कि बहुत सालों बाद यह कैसी होगी-
• 
पेन , घड़ी , टेलीफ़ोन / मोबाइल , टेलीविजन
कोई और चीज के बारे में तुम सोचना चाहो.
उत्तर- पेन बहुत साल बाद पेन लेजर किरनों वाले हो सकते हैं जिनसे दूर से भी लिखा जा सकता है|
• 
घड़ी बहुत सालों बाद घड़ी कंप्यूटर के माध्यम से चलेगी तथा उनमे सुइयाँ भी नहीं होगी|
• 
टेलीफोन / मोबाइल बहुत सालों बाद टेलीफोन/मोबाइल का आकर काफी छोटा हो जाएगा और इसमें सुविधायँ भी होंगी|
• 
टेलीविजन – बहुत सालों बाद टेलीविज़न काफी पतले आकर के आने लगेगें| यह दीवार पर ही लटके जा सकेंगे|
• 
रसोईघर का सामान आने वाले समय में रसोई घर में इस्तेमाल होने वाला सम्मान भी काफी आधुनिक होगा| इनमे बहुत सी चीजें बिजली से चलने वाली होंगी|

प्रश्न 2. नीचे कुछ वस्तुओ के नाम दिए गए है| बड़ो से पूछ कर पता करो के बीस साल पहले इनकी क्या कीमत थी और अब इनका कितना दाम है?
आलो , लड्डू , शक्कर , दाल , चावल , दूध
…………………
…………………
उत्तर-

वस्तु

बीस साल पहले की कीमत

आज का इनका दाम

आलू

1-2 पैसे कि.ग्रा.

10-15 रूपए कि.ग्रा.

लड्डू

4-5 पैसे कि.ग्रा.

60-70 रूपए कि.ग्रा.

शक्कर

1-2 पैसे कि.ग्रा.

17-18 रूपए कि.ग्रा.

दाल

4-5 पैसे कि.ग्रा.

35-40 रूपए कि.ग्रा.

चावल

3-4 पैसे कि.ग्रा.

20-30 रूपए कि.ग्रा.

दूध

2-3 पैसे कि.ग्रा.

20-26 रूपए कि.ग्रा.

प्रश्न 3. आज हमारे कई काम कम्प्यूटर के मदद से होते हैं| सोचो और लिखो की अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में हम कंप्यूटर का इस्तेमाल किन-किन उद्देश्यों के लिए करते हैं?
उत्तर-

व्यक्तिगत

सार्वजानिक

मनोरंजन

रेल, बस टिकटो की बिक्री में

हिसाब-किताब

सार्वजनिक जानकारियाँ प्राप्त करने में

पढ़ाई-लिखाई

विभिन्न उद्योगों की जानकारी

विभिन्न जानकारियाँ प्राप्त करना

सूचनाएँ प्रसारित करने में

फोटोग्राफी

नौकर से संबंधित

प्रश्न- जानकारी देने या लेने के लिए कई तरीके अपनाए जाते हैं| हम जो कुछ सोचते या महसूस करते हैं उसे अभिव्यक्त कने या बताने के भी कई ढंग हो सकते हैं| बॉक्स में ऐसे कुछ साधन दिए गा हैं| उनका वर्गीकरण करके नीचे दी गई तालिका में लिखो|

सन्देश

अभिनय

रेडिओ

नृत्य के हव-भाव

फ़ोन

विज्ञापन

नोटिस

संकेत-भाषा

चित्र

मोबाइल

टी.वी.

मोबाइल सन्देश

फैक्स

इन्टरनेट

तार

इश्तहार

ऊपर लिखी चीजें एकतरफा भी हो सकती हैं और दो तरफा भी| जिन चीजों के जरिए इकतरफ़ासंप्रेषण होता है उनके आगे ( → ) का निशाँ लगाओ| दो तरफ़ा संवाद की चीजों के आगे ( ↔) का निशाँ लगाओ|
उत्तर-

जानकारी

भावनाएँ

सन्देश, →चित्र, →फैक्स, →विज्ञापन

नोटिस ,↔टी.वी. इश्तहार

फ़ोन, ↔अभिनय, →मोबाइल, ↔तार, ↔मोबाइल सन्देश, →संकेत-भाषा, →नृत्य के हाव-भाव


तुम्हारी डायरी

प्रश्न डायरी लिखना एक निजी काम या शौक है | तुम अपनी डायरी किसी और को पढ़ने को देते हो या नहीं यह तुम्हारी अपनी मर्जी है | कई व्यक्तियों ने अपनी डायरियां छपवाई भी है , ताकि अन्य लोग उन्हें पढ़ सके | ऐसी कोई डायरी खोज कर पढो और उनका कोई अंश कक्षा में सुनाओ|
उत्तर – छात पुस्तकालय से प्राप्त कर डायरी पढ़कर कक्षा में सुनाएं|

प्रश्न- अपनी डायरी बनाओ और उसमें खुद से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें लिखो|
उत्तर – मैं पांचवीं कक्षा में पढ़ता हूं| मुझे पढ़ना-लिखना बहुत अच्छा लगता है| इसलिए मुझे सभी बहुत प्यार करते हैं| मैं पढ़ाई के साथ खेल-कूद में भी आगे रहता हूं| मैं अपने से बड़ों का आदर छोटों से प्यार करता हूं| सुबह जल्दी उठना और रात को जल्दी सोना मेरी आदत है| मैं रोज सुबह ईश्वर की वंदना और गुरुजनों को प्रणाम करता हूं| (छात्र स्वयं अपनी डायरी बनाएं)

प्रश्न डायरी में तुम अपने स्कूल के बारे में क्या करना चाहोगे?
उत्तर – डायरी में हम अपने स्कूल की गुण विशेषता और यहां होने वाली पढ़ाई के बारे मिलना चाहूंगें|

तुम भी कल्पना करो
प्रश्न- दोस्तों के साथ बात काके अंदाजा लगाओ के 50 साल बाद इसमें क्या-क्या बदल जाएगा-
• 
फिल्मों में …….
• 
गाँव की हालत में………
• 
तुम्हारी परिचित किसी नदी में……..
• 
स्कूल में ………

उत्तर- फिल्मो में आधुनिकता का प्रयोग की जाने लगेगी| व यह कम समय की हो जाएगी|
गाँव की हालत में काफ़ी सुधर हो जाएँगें| गाँव में सभी सुविधाएँ उपलब्ध होने लगेंगी|
हमारी परिचित नदी में जलस्तर कम हो जाएगा ओ इसका पानी भोई दूषित हो जाएगा|
स्कूल काफ़ी विकसित हो जाएंगें और कॉपी पाकर काम कम हो जाएगा|


था, है, होगा
प्रश्न 1. असीमोव की कहानी 2155 यानी भविष्य में आने वाले समय के बारे है| फिर भी कहानी में थेका इस्तेमाल हुआ है जो बीते समय के बारे में बत्ताता है| ऐसा क्यों हैं?
उत्तर- कहानी में थेशब्द का इस्तेमाल भूतकाल की घटनाओं को बताने के लिए किया गया है| क्योंकि यह कहानी भविष्य के आधार पर लिखी गई है|

प्रश्न 2. (क) जब मुझे बहुत दर लगा था…’ ‘मैं जब छोटा था..इस शीर्षक से जुड़े किसी अनुभव का वर्णन करो|
उत्तर – जब मैं बहुत छोटा था तो मैं कमरे में अकेला नहीं रहता था| क्योंकि एक बार मैं कमरे में अकेला था, तब एक अजीब सी आवाज सुनाई दी जिसमें वह मुझे बहुत डर लगा| तभी से मैं अंधेरे कमरे में अकेले नहीं रहता|

( ख ) तुम्हें मै शीर्षक से एक अनुच्छेद लिखना है | अपने स्वभाव , अच्छाइयों , कमियों , पसंद नापसंद के बारे में सोचो और लिखो | या किसी मैच का आंखों देखा हाल ऐसे लिखो मानो वह अभी तुम्हारी आंखों के सामने हो रहा है|
उत्तर  मैं सीधा-सादा लड़का हूं| वे अपने से बड़ों की सही बातें मानता हूं| साथ ही उनका आदर-सम्मान भी करता हूं| लेकिन मैं थोड़ा जिद्दी भी जरूर हूं| मुझे बाजार का खाना-पीना बहुत पसंद है| साथ ही मुझे खेलना बहुत अच्छा लगता है| लेकिन मुझे घर में अकेले रहना बिल्कुल भी पसंद नहीं है|
मैच का आंखों देखा हाल
दर्शकों की मैदान में भीड़ है| बल्लेबाजी गेंद खेलने के लिए बिल्कुल तैयार खड़ा है| इधर गेंदबाज गेंद लेकर भागने लगा| गेंदबाज जैसे ही गेंद फेकी बल्लेबाज ने एक जोरदार हिट लगाया| गेंद सीमा रेखा की तरफ से जा रही है और ये चार रन| इसके साथ ही बल्लेबाजी करने वाली टीम ने मैच जीत लिया| सभी खिलाड़ी दोड़ते आए और अपने बल्लेबाज पीठ थपथपाने लगे|

( ग ) अगली छुट्टियों में नानी के पास जाना है | वहां तुम क्या क्या करोगे , कैसे वक्त बिताओगे इस पर एक अनुच्छेद लिखो|
उत्तर  मैं अपनी नानी घर जाऊंगा| वहां मैं खेतों और बागों में घूमूंगा| मैं अपने नाना-नानी के साथ बहुत सारी बातें करूंगा| मैं बकरी, गाय, भैंस आदि जानवर के साथ भी खेलूंगा| घोड़े की सवारी के अलावा मैं गांव में मिलने वाली मिठाइयों तथा दूसरी खाने-पीने की चीजों का भरपूर आनंद लूंगा
तुमने जो 3 अनुच्छेद लिखे हैं उनमें से पहले का संबंध उनसे है जो बीत चुका है| दुसरे मैं अभी की बात है और तीसरे मैं बाद में घटने वाली घटना का वर्णन है| इन अनुच्छेद में इस्तेमाल किए गए क्रियाओं को ध्यान से देखो| यह बीते हुए, अभी के और बाद के समय के बारे में बताती है|

 

 

पाठ- 9. एक माँ की बेबसी

कविता से
प्रश्न 1. यह बच्चा कवि के पडोस में रहता था, फिर भी अदृश्य पडोससे शुरू होती है| इसके कसी अर्थ हो सकते है, जैसे-
(
क) कवि को मालूम नहीं था कि वह बच्चा ठीक ठीक किस घर में रहता था|
(
ख) पड़ोस में रहने वाले बाकी बच्चे एक-दूसरे से बात करते थे, पर यह बच्चा बोल नहीं पाता था, इसलिए पड़ोसी होने के बावजूद वह दूसरे बच्चों के लिए अनजाना था|
इन दो में से कौन-सा अर्थ तुम्हें ज्यादा सही लगता है? क्या कोई और अर्थ भी हो सकता है?
उत्तर- रतन नामक गूंगा बच्चा कवि के पड़ोस में रहता था, फिर भी कविता अदृश्य पड़ोससे शुरू होती है| क्योंकि पड़ोस में रहने वाले बाकी बच्चे एक दूसरे से बात करते थे, पर वह बच्चा बोल नहीं सकता था| इसलिए पड़ोसी होने के बावजूद वह दुसरे से बच्चों के लिए अनजान था|
इसका दूसरा अर्थ यह भी हो सकता है कि क्या कवि ने उस बच्चे को पहली बार देखा हो जब खेलने आया|

प्रश्न 2. ‘अंदर की छटपटाहट उसकी आंखों में किस रूप में प्रकट होती थी?
(
क) चमक के रूप में
(
ख) डर के रूप में
(
ग) जल्दी घर लौटने की इच्छा के रूप में
उत्तर- जल्दी घर लौटने के रूप में


तरह तरह की भावनाएं
प्रश्न 1. नीचे लिखी भावनाएं कब या कहाँ महसूस होती है?
(
क) छटपटाहट
• 
अधीरता कहीं जाने की जल्दी हो और जाना संभव न हो जैसे स्कूल की छुट्टी में अभी काफी देर हो , घर पर ऐसा कोई मेहमान आने वाला हो जिसे तुम बहुत पसंद हो
• 
इच्छा किसी चीज को पाने की इच्छा हो पर वह तुरंत न मिल सकती हो जाए जैसे भूख लगी है , पर खाना तैयार न हो|
• 
संदेश हम कोई संदेश देना चाहते हैं पर दूसरे समझ नहीं पा रहे हो जैसे शिक्षक से कहना हो की घंटी बज गई है अब पढ़ना बंद करें , पर उन्हें घंटी सुनाई न दी हो|
हो इनमे से कौन सा इस बच्चे पर लागू होता है?
(
ख) घबराहट
हमें जब किसी बात की आशंका हो तो घबराहट महसूस होती है| जैसे
(
क) अंधेरा होने वाला है और हम घर से काफी दूरी अकेले हो
(
ख) समय हमें कोई काम पूरा कर लेना हो जैसे परीक्षा में देखा जाता है
(
ग) यह दर हो कि दूसरे के मन में क्या चल रहा है|
जैसे पापा को मालूम चल गया हो की काँच का गिलास तुमसे टुटा है|
उत्तर-(क)इन भावनाओं में से छटपटाहट तब होती है जब हमारी इच्छा के अनुसार कोई कार्य नहीं होता है| जबकि घबराहट कोई गलत काम करने लगेगा होती है| ये भावनाएँ घर, स्कूल आदि में महसूस होती है|
इनमें से संदेश का संदर्भ बच्चे पर लागू होता है| क्योंकि यह बच्चा मुंह से कुछ नहीं बोल सकता और अपना संदेश दूसरो तक पहुँचाने लिए इश्हारो का प्रयोग करता है| लेकिन इसके इशारे किसी को समझ नहीं आते इसलिए बच्चा छटपटाता रहता है|

प्रश्न 2. जो बच्चा बोल नही सकता, वह किस किस बात की आशंका से घबराहटमहसूस कर सकता है?
उत्तर- जो बच्चा बोल नहीं सकता, वह इस आशंका से घबराहटमहसूस कर सकता है कि अन्य लोग उसकी बात समझ पाएंगे और अगर उसने अपनी बात दूसरे लोगों को समझानी है तो वह किस प्रकार से समझाएगा|

प्रश्न 3. ‘थोड़ा घबराते भी थे हम उससे, क्योंकि वह समझ नही पाते थे उसकी घबराहटो को
• 
रतन क्या सोचकर घबराता होगा?
उत्तर- रतन अपनी बात इशारों से समझाता था| लेकिन जब उसकी बात अन्य लोग नहीं समझ पाते थे, तब वह घबराता होगा|

• दोस्तों से पूछकर पता करो , कौन क्या सोच को लोग इस काम को करने से घबराता है ? कारण भी पता करो |

दोस्त /सहेली का नाम

किस बात से घबराता है

घबराने का कारण

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-

दोस्त/सहेली का नाम

किस बात से घबराता है

घबराने का कारण

विनीत

अँधेरे से

कहीं अँधेरे में कोई आ न जाए|

प्रिय

बीमारी से

बहुत सी दवाइयाँ खानी पड़ेंगी|

रजत

ऊँचाई से

कहीं गिर न जाऊं

अविनाश

पानी से

कहीं डूब न जाऊ|

अक्षित

आग से

खी जल न जाऊं


भासा के रंग
प्रश्न 1. कवि ने इस बच्चे को टूटे खिलौनेकी तरह बताया| जब कोई खिलौना टूट जाता है तो वह उस तरह के कम नहीं कर पाटा जिस तरह से पहले करता था| संदर्भ के अनुसार खली स्थान भरो|

खिलौना

टूटने का कारण

नतीजा

लूडो
गाड़ी
गुड़िया
गेंद
जोकर

………..
पहिया निकल जाने पर
सीटी निकल जाने पर
……….
चाबी निकल जाने पर

…………
चल नहीं पाती
………….
………….
………….

उत्तर-

खिलौना

टूटने का कारण

नतीजा

लूडो
गाड़ी
गुड़िया
गेंद
जोकर

गत्ता गीला हो जाने पर
पहिया निकल जाने पर
सीटी निकल जाने पर
पिचक जाने पर
चाबी निकल जाने पर

खेल नहीं सकते
चल नहीं पाती
बज नहीं पाती
उछल नहीं पाती
चल नहीं पाता

प्रश्न 2. ‘बेबसशब्द बेऔर वशको जोड़कर बना है| यहाँ बे का अर्थ बिनाहै| नीचे दिए शब्दों में यही बेछिपा है इस सूची में तुम और कितने शब्द जोड़ सकती हो?

बेजान
बेसहारा

बेचैन
बेहिसाब

…….
……..

……….
……….

उत्तर-

बेजान
बेसहारा

बेचैन
बेहिसाब

बेईमान
बेखौफ़

बेकार
बेघर

बेनाम
बेचारा


देखने के तरीके
प्रश्न 1. इस कविता में देखने से संबंधित कई शब्द आए हैं| ऐसे छह शब्द छाँटकर लिखो|
उत्तर- अदृश्य, देखना, इशारे, आंखें, निहारती, झलकती|

प्रश्न 2. “मां की आंखों में झलकती उसकी बेबसी
आंखें बहुत कुछ कहती है| वह तरह-तरह के भाव लिए होती है| नीचे ऐसी कुछ आंखों का वर्णन है इसमें कौन-सी नजरें तुम पहचानते हो-
• 
सहमी नजरें
• 
प्यार भरी नजरें
• 
क्रोध भरी आँखे
• 
उनींदी आँखे
• 
शरारती आँखे
• 
डरावनी आंखें
उ त्तर- हम इन सभी नजरोंको पहचाते हैं जैसे सहमी नजरें, प्यार भरी नजरें, क्रोध भरी आँखे, उनींदी आँखे,शरारती आँखें, डरावनी आँखें|

प्रश्न 3. नीचे आंखों से जुड़े कुछ मुहावरे दिए गए हैं| तुम इनका प्रयोग किन संर्दभो में करोगे?
• 
आंख दिखाना
• 
नजर चुराना
• 
आँख का तारा
• 
नजरे फेर लेना
• 
आंखों पर परदा पडना
उत्तर-

मुहावरे
आंख दिखाना
नजर चुराना
आँख का तारा
नजरे फेर लेना
आंखों पर परदा पडना

वाक्य प्रयोग
मुझे आँखें मत दिखाओ|
गलती करोगे, तो नजरे चुरानी पड़ेगी|
क्षितिज अपने माँ-बाप की आँख का तारा है|
अपना काम निकते ही तुम मुझ से नजरें फेरनए लगे हो|
पुलिस गलत काम देख फिर भी आँख पर पर्दा डाले बैठी है|


माँ
याद आती रतन से अधिक
उसकी माँ की आँखों में झलकती उसकी बेबसी
प्रश्न 1. रतन की मां की आंखों में किस तरह की बेबसी झलकती होगी?
उत्तर- रतन की मां की आंखों में अपने बच्चे के न बोलने की बेबसी झलकती होगी| मां को यह बेबसी ने बोलने से उसके बच्चे को पीड़ा के कारण होती होगी|

प्रश्न 2. अपनी मां के बारे में सोचते हुए नीचे लिखे वाक्य को पूरा करो-
(
क) मेरी मां बहुत खुश होती है जब…………….
(
ख) मां मुझे इसलिए डांटती है क्योंकि…………….
(
ग) मेरी मां चाहती है कि मैं…………….
(
घ) माँ उस मैं बहुत बेबस होती है जब…………….
(
ङ) मैं चाहती / ता हूं कि मेरी मां…………….
उत्तर-(क) मेरी मां बहुत खुश होती है जब मैं पढ़ाई करता हूं
(
ख) मेरी माँ इसलिए ड़ाटती है क्योंकि मैं शरारती हूं|
(
ग) मेरी मां चाहती है कि मैं बड़ा होकर डॉक्टर बनूं|
(
घ) माँ उस समय बहुत बेबस हो जाती है जब मैं घर देर से पहुंचता हूं|
(
ड) मैं चाहती/ता हूं कि मेरी मां का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहे|

 

 

पाठ- 10. एक दिन की बादशाहत

कहानी की बात
प्रश्न 1. अब्बा ने क्या सोचकर आरिफ़ की बात मान ली?
उत्तर- अब्बा ने यह सोचकर आरिफ़ की बात मान ली की रोज सभी इन बच्चों पकार हुक्म चलाते हैं| क्यों न एक दिन के लिए ये हक़ इन्हें भी दे दिया जाए|

प्रश्न 2. वह एक दिन बहुत अनोखा था, जब बच्चों को बड़ों के अधिकार मिल गए थे| वह दिन बीत जाने के बाद इन्होंने क्या सोच होगा-
*
आरिफ़ ने , *अम्मा ने , *दादी ने
उत्तर- आरिफ़ ने सोचा होगा के यह दिन कितना आनंददायक था| काश! ऐसा दिन रोज़ आए|
अम्मा ने सोच हगा के बच्चों को थोड़ी- बहुत आज़ादी जरूर देनी चाहिए और इनकी भावनाओं को समझना चाहिए|
दादी ने सोचा होगा के हम प्रतिदिन इन बच्चों को कितना कष्ट देते हैं|


तुम्हारी बात
प्रश्न 1. अगर तुम्हे घर में दिन प्रतिदिन के लिए सरे अधिकार दे दिए जाएँ तो तुम क्या-क्या करोगी?
उत्तर- अगर हमें घर में एक दिन के लिए सारे के लिए अधिकार दे दिए जाएँ तो हम अपने मन की सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहेगे? जैसे- मनपसंद चीजें बनाकर खाएँगे, खूब खेलेंगे|

प्रश्न 2. कहानी में ऐसे कई काम बताए गए हैं जो बड़े लोग आरिफ और सलीम से करने के लिए कहते थे | तुम्हारे विचार से उनमें से कौन कौन से काम उन्हें बिना शिकायत किए कर देने चाहिए थे और कौन कौन से कामों के लिए मना कर देना चाहिए|
उत्तर  आरिफ़ और सलीम को रात में जल्दी सोना है, सुबह जल्दी उठना, धीमी आवाज में गाना, बाहर नहीं जाना,शोर ना करना, खुद नहा लेना, कम घूमना-फिरना आदि काम बिना शिकायत किए कर लेने चाहिए थे| वहीं उन्हें सदा नाश्ता करने, बेकार खाना खाने, बेकार कपड़े पहनने, जैसे कामों के लिए मना कर देना चाहिए था|


तरकीब
दोनों घंटो बैठकर इन पाबंदियों से बच निकलने की तरकीबें सोचा करते थे|”
प्रश्न 1. तुम्हारे विचार से वे कौन कौन सी तरकिबें सोचते होंगे?
उत्तर – 1.काश! हमें कोई ऐसी जगह मिल जाए, जहां को डांटे नहीं|
2.
हमें भी बड़ों को डाँटने का अधिकार मिल जाए|
3.
हम जल्दी से बड़े हो जाए|

प्रश्न 2. कौन सी तरकीब से उनकी इच्छा पूरी हो गई थी?
उत्तर – उन्होंने बड़ों के सभी अधिकार मांग लिए थे और बड़ों को छोटो की तरह रहने के लिए कहा था, जिससे उनकी इच्छा पूरी हो गई थी|

प्रश्न 3. क्या तुम उन दोनों को इस तरकीब से भी अच्छी तरकीब सुझा सकते हो?
उत्तर – इससे अच्छा था कि उन दोनों को अपनी कुछ आदतों का सुधार कर लेना चाहिए था|
अधिकार की बात “……आज तो उनके सारे अधिकार छीने जा चुके हैं|”

प्रश्न 1. अम्मी के अधिकार किसने छीन लिए थे?
उत्तर- अम्मी के अधिकार आरिफ़ और सलीम ने छिन लिए थे|

प्रश्न 2. क्या उन्हें अम्मी के अधिकार छिनने चाहिए थे?
उत्तर- अम्मी के अधिकार उन्हें नहीं छिनने चाहिए थे| लेकिन अम्मी को भी उनकी भावनाओं को समझना चाहिए था|

प्रश्न 3. उन्होंने अम्मी के कौन-कौन से अधिकार छीने होंगे?
उत्तर- उन्होंने अम्मी से डाँटने, सुबह जल्दी उठाने, अपनी पसंद का खाना बनवाने जैसे अधिकार छीने होंगे|


बादशाहत
प्रश्न 1. ‘बादशाहतक्या होती है? चर्चा करो|
उत्तर- किसि क्षेत्र, राज्य या देश आदि पर शासन कर पूरा अधिकार जमाना तथा अपनी मनमर्जी करना बादशाहत होती है|

प्रश्न 2. तुम्हारे विचार से इस कहानी का नाम एक दिन का बादशाहतक्यों रखा गया है? तुम भी अपने मन से सोचकर कहानी को कोई शीर्षक दो|
उत्तर- आरिफ़ तथा सलीम दोनों को एक दिन के लिए बड़ों के सभी अधिकार दिए गए थे| इसलिए कहानी का नाम एक दिन की बादशाहतरखा गया है| कहानी का अन्य शीर्षक बच्चों का बचपनभी हो सकता है|

प्रश्न 3. कहानी में उस दिन बच्चों को सारे काम करने पड़े थे| ऐसे में कौन एक दिन का असली बादशाहबन गया था?
उत्तर- कहानी में उस दिन बच्चों को सारे बड़ों वाले काम करने पड़े थे| ऐसे में बच्चे एक दिन के लिए असली बादशाह बन गए थे| क्योंकि उस दिन उन्हें सभी अधिकार प्राप्त थे|


तर माल
रोज़ की तरह आज वह तर माल अपने पास न रख सकती थी|”
प्रश्न 1. कहानी में किन-किन चीजों को तर माल कहा गया है|
उत्तर- कहानी में अंडे और मक्खन जैसी चीजों को तर माल कहा गया है|

प्रश्न 2. इन चीजों के अलावा और किन-किन चीजों को तर मालकहा जा सकता है?
उत्तर- इन चीजों के अलावा हलवा-पूरी, खीर, मिठाइयाँ, पकवान आदि छिजों को तर माल कहा जा सकता है|

प्रश्न 3. कुछ ऐसी चीजों के नाम भी बताओ, जो तुम्हे तर मालनहीं लगतीं|
उत्तर- चावल, दाल कुछ सब्जियाँ, दलिया , दूध, रोटी हमें तर माल नहीं लगतीं|

प्रश्न 4. इन चीजों को तुम क्या नाम देना चाहोगी? सुझाओ|
उत्तर- इन चीजों को हम खाद्य पदार्थनाम देना चाहेंगे|


मनपसंद कपड़े
बिल्कुल इसी तरह तो आरिफ़ और सलीम से उनकी मनपसंद कमीज़ उतरवा कर निहायत बेकार कपड़े पहनने का हुक्म लगाया करती हैं|”
प्रश्न 1. तुम्हे भी अपना कोई खास कपड़ा सबसे अच्छा लगता होगा| उस कपड़े के बारे में बताओ| वह तुम्हे सबसे अच्छा क्यों लगता है?
उत्तर- मुझे अपनी एक रेशमी पैंट और कमीज़बहुत अच्छी लगती है| क्योंकि इसका रंग और चमक बहुत ही अच्छा है| साथ ही इसका कपड़ा भी बहुत मुलायम और आरामदायक है|

प्रश्न 2. कौन-कौन सी चीज़े बिल्कुल बेकार लगती हैं?
(
क) पहनने की चीज़े
(
ख) खाने पिने की चीज़े
(
ग) करने के काम
(
घ) खेल
उ त्तर- (क)पहनने की चीज़ें- पुराने कपड़े, फ़िके रंगों के कपड़े आदि|
(
ख ) खाने पिने की चीज़े – अधिक मीठी चीज़ें, तीखी चीज़ें, खट्टी चीज़ें, घटिया और नकली पेय प्रदार्थ आदि|
(
ग ) खाने पिने की चीज़े – सुबह जल्दी उठाना, अधिक पढ़ना,टी.वी. देखना|
(
ग ) करने के काम  सुबह जल्दी उठाना, अधिक पढ़ना, टी.वी. देखना|
(
घ ) खेल  शतरंग, बर्फ का खेल, घुड़सवारी|


हल्का-भारी
प्रश्न (क) इतनी भारी साड़ी क्यों पहनी?
यहाँ पर भारी साड़ी से क्या मतलाब है?
साड़ी का वजन ज्यादा था|
साड़ी पर बाड़े बाड़े नमूने बने हुए थे|
साड़ी पर बेल बूटों की कढ़ाई थी|
उ त्तर- साड़ी पर बेल-बूटों की कढ़ाई थी|

(ख) *भरी साड़ी , *बारी अटैची , *भारी काम , *भारी बारिश
ऊपरी भारीविशेषण का चार अलग-अलग संज्ञाओं के साथ इस्तेमाल किया गया है| इन चारों में भारीका अर्थ एक-सा नहीं है| इनमें क्या अंतर है?
उत्तर- *भारी साड़ी में भारीविशेषण अधिक महँगी या अधिक कधैदार साड़ी के लिए प्रयोग किया गया है|
*
भारी अटैची में भारीविशेषण वजनदार चीजं के लिए प्रयोग किया गया है|
*
भारी काम में भारीविशेषण मुश्किल काम के लिए प्रयोग किया गया है|
*
भारी बारिश में भारीविशेषण अधिक के लिए प्रयोग किया गया है|

(ग) भारीकी तरह हल्का का भी अलग-अलग अर्थो में इस्तेमाल करो|
उत्तर- हल्का कपडा, हल्का काम, हल्का लड़का, हल्का डिब्बा, हल्का बर्तन|

 

 

पाठ- 11. चावल की रोटियाँ

मंच और मंचन
एक सादा कमरा , दीवारों पर बाँस की चटाइयाँ | एक दिवार के सहारे मांस रखने की अलमारी | अलमारी के ऊपर एक रेडिओ , चाय की केतली कुछ कप और खाली गुलाबी फुलदान रखा है | कमरे के बीच फ़र्श पर एक चटाई बिछी है जिसके ऊपर कम ऊँचाई वाली गोल मेज रखी है | दो दरवाजे | एक दरवाजा पीछे की ओर खुलता है दूसरे किनारे की ओर | पंक्षियों के चहचाने के साथ साथ पर्दा उठता है | दूर कहीं मुर्गा बांग देता हे | कुत्ता भोंकता है | कहीं प्रार्थना की घंटियाँ बजती है | कोको आता है , जम्हाई लेकर अपने को सीधा करता है|
ऊपर लिखी पंक्तियों में कोको के घर में एक कमरे का वर्णन किया गया है | दरअसल नाटक के लिए मंच सज्जा कैसी हो यह निर्देश उसके लिए है | तुम इस वर्णन को पढ़कर मंच का एक चित्र बनाओ जो ठीक वैसा ही होना चाहिए जैसा कि बताया गया है|
उत्तर-


नाटक की बात
प्रश्न 1 . नाटक में हिस्सा लेने वालों को पात्र कहते हैं | जिन पात्रों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है उन्हें मुख्य पात्र ’| और जिनकी भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होती उन्हें गौण पात्र कहते हैं | बताओ इस नाटक में कौन कौन मुख्य और गौण पात्र कौन है?
उत्तर – नाटक में कोको, मिमि और तिन सू मुख्य पात्र है| वही नीनी और उ बा उन गौण पात्र है|

प्रश्न 2. पात्रों को जो बात बोल नी होती हो ती है संवाद कहते हैं | क्या तुम किसी एक परिस्थिति के लिए संवाद लिख सकती हो ? ( इसके लिए तुम टोलियों में भी काम कर सकती हो |) उदाहरण के लिए ; खो खो या कबड्डी जैसा कोई खेल खेलते समय दूसरे दल के खिलाड़ियों से बहस|
उत्तर- पहले दल के सदस्य – तुम्हारे खिलाड़ी ऑउट है|
दूसरे के दल के सदस्य – किस तरह आउट है?
पहले दल के सदस्य – क्योंकि इसकी साँस टूट गई थी|
दूसरे दल के सदस्य – नहीं, इससे पहले यह अपने पाले में आ गया था|
पहले दल के सदस्य – तुम झूठ बोल रहे हो|
दूसरे दल के सदस्य – बहस मत करो और खेल शुरू करो|

प्रश्न 3. क्या कभी आपने कोई चीज है बात दूसरों से छिपाई है या छिपाने की कोशिश की है , उस पर समय क्या क्या हुआ था?
उत्तर – एक बार मेरा एक मित्र मुझसे कहानियों की पुस्तक मांगने आया| मैं उसे पुस्तक नहीं देना चाहता था| इसलिए मैंने वह पुस्तक तकिए के नीचे छुपा दी| लेकिन वही पर बैठ गया| तब मैंने चुपके से निकाल कर मेज की दराज में रख दी| कुछ समय बाद मेंरा मित्र दराज खोलने लगा| तब मैंने उसे बड़ी मुश्किल से बहाना बना कर उसे बहार भेजा|

प्रश्न 4. कहते हैं , एक झूठ बोलने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं | क्या तुम्हें कहानी प ढ़कर लगता ऐसा लगता है ? कहानी की मदद से इस बात समझाओ|
उत्तर- हाँ, हमें कहानी में ऐसा लगता है कि एक झूठ बोलने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं| नीनी और मिमि से चावल की रोटियां बचाने के लिए कोको झूठ बोलता है| इसके लिए वह रेडियो के खराब होने, अपना पेट भरा होने, मुंह हाथ धोने गले, में चूहा होने रोटियां खा लेने तथा मां को एलर्जी होने जैसे झूठ बोलता है|


एक चावल कई-कई रुप
प्रश्न 1. कोको की माँ उसके लिए चावल की रोटियां बनाकर रखी थी | भारत के विभिन्न प्रांतो में चावल अलग अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है भोजन के हिस्से की रूप में में भी और नमकीन और मीठे पाकवान के रूप में भी | तुम्हारे प्रांत में चावल का इस्तेमाल कैसे होता है ? घर में बातचीत करके पता करो एक तालिका बनाओ | कक्षा मैं अपने दोस्तों की तालिका के साथ मिलान करो तो पाओगे की भाषा , कपड़ों और रहन सहन के साथ साथ खान पान की दृष्टि से भी भारत अनूठा है|
उत्तर – प्रांत चावल का प्रयोग
दिल्ली भोजन के लिए, मीठे पकवान बनाने के लिए, नमकीन पकवान बनाने के लिए, रोटियाँ इटली डोसा बनाने के लिए खिचड़ी बनाने के लिए|

प्रश्न 2. अपनी तालिका में से चावल से बनी कोई एक खाने चीज बनाने की विधि पता करो और उसे नीचे दिए गए बिंदुओं के साथ से लिखो
*
सामग्री, *तैयारी, *विधि
उत्तर- खीर
सामग्री  चावल, दूध, चीनी, मेवे|
तैयारी – चावल साफ करना, धोना, मेवों की बारीक काटना|
विधि – 1. पहले दूध, चीनी आँच पर कढ़ाई में रखें|
2.
फिर कुछ देर के बाद चावल दाल दे|
3.
कुछ देर पकने दे और हिलाते रहें|
4.
अब उनमें चीनी डाल दें|
5.
कटे मेवे भी दाल दें|
6.
अब गर्मागर्म परोसें|

प्रश्न 3. “कोको के माता-पिता धान लगाने के लिए खेतों में गए|”
को के माँ ने उसके लिए चावल रोटियां बनाई|”
एक ही चीज़ के विभिन्न रूपों के अलग-अलग नाम हो सकते हैं| नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं| उनमें अंतर बताओ|
*
चावल – *धान – *भात – *मुरमुरा – *चिउड़ा
उत्तर- चावल – धन से निकला हुआ दाना चावल कहलाता है|
धान छिलका चढ़ा चावल धान कहलाता है|
भात पके हुए चवल को बात कहते हैं|
मुरमुरा धान को भुनकर मुरमुरे बनाए जाते हैं|
चिउड़ा धान को भिगोकर पिसने से चिउड़ा बनता हैं|

*साबुत दाल – *धूली दाल – *छिलका दाल
उत्तर- साबुत दाल बिना छिलका उतारे या बिना टूटी साबुत दाल कहलाती है|
धूली दाल बिना छिलके की दाल को धूली दाल कहते हैं|
छिलका दाल – टूटी हुए लेकिन छिलके वाली को छिलका दाल कहते हैं|

*गेहूँ – *दलिया – *आटा – *मैदा – *सूजी
उत्तर- गेहूँ गेहूँ के साबुत दानों को गेहूँ कहते हैं|
दलिया गेहूँ को मोटा-मोटा पीसकर दलिया बनाया जाता है|
आटा गेंहूँ को पीसकर आटा बनाया जाता है|
मैदा गेहूँ को बारीक़ पीसकर मैदा बनाया जाता है|
सूजी जौ आदि अनाज से बना आटा सूजी कहलाता है|

के, में, ने, को, से..
कोको की माँ ने कल दुकान से एक फूलदान खरीदा था|”
प्रश्न ऊपर लिखे वाक्य में जिन शब्दों के नीचे रेखा खींची है वे वाक्य में शब्दों का आपस में संबंध बताते हैं| नीचे एक मजेदार किताब अनारको के आठ दिनका एक अंश दिया गया है| उसके खाली स्थानों में इस प्रकार के सही शब्द लिखो|
अनारको एक लड़की है| घर….. लोग उसे अन्नो कहते हैं| अन्नो नाम छोटा जो है, सो उसे….. हुक्म चलाना आसान होता है| अन्नो, पानी ले आ, अन्नो धूप में मत जाना, अन्नो बाहर अंधेरा-कहीं मत जा, बारिश…… भीगना मत, अन्नो! और कोई बाहर…… घर में आए तो घरवाले कहेंगे ये हमारी अनारको है, प्यार से हम इसे अन्नो कहते हैं| प्यार….. हूँ-ह-ह!
आज अनारको सुबह सोकर उठी तो हाँफ रही थी| रात सपने….. बहुत बारिश हुई| अनारको…… याद किया और उसे लगा, आज…… सपने में जितनी बारिश हुई उतनी तो पहले के सपनों…….. कभी नहीं हुई| कभी नहीं| जमकर बारिश हुई थी आज…… सपने….. और जमकर उसमें भीगी थी अनारको| खूब उछली थी, कुदी थी, चरों तरफ़ पानी छिटकाया था और खूप-खूब भीगी थी|
उत्तर- के, से, में, से, से, में, ने, के, में, के, में|

 

 

 पाठ- 12. गुरु और चेला

टेक की बात
प्रश्न 1. तक पुराने ज़माने का सिक्का था| अगर आजकल सब चीज़े एक रूपया किलो मिलने लगें तो उससे किस तरह के फ़ायदे और नुकसान होंगे?
उत्तर- अगर आजकल सब चीजें एक रूपया किलो मिलने लगें, तो इससे सारी जनता को फ़ायदा होगा, क्योंकि उन्हें चीज़ें एक रूपया किलो में मिलने लगेंगी| लेकिन वहीँ दुकानदारों तथा विक्रेताओं को नुकसान होगा, क्योंकि उन्हें हर चीज एक रूपया किलो बेचनी पड़ेगी जिससे उन्हें कोई फ़ायदे नहीं होगा|

प्रश्न 2. भारत में कोई चीज़ खरीदने-बेचने के लिए रूपयेका इस्तेमाल होता है और बांग्लादेश में टकेका| ‘रूपयाऔर टकाक्रमश: भारत और बांग्लादेश की मुद्राएँ हैं| नीचे लिखे देशों की मुद्राएँ कौन-सी हैं?
सऊदी अरब, जापान, फ्रांस, इटली, इंग्लैंड
उत्तर-

देश

सऊदी अरब

जापान

फ्रांस

इटली

इंग्लैंड

मुद्राएँ

दीनार

येन

यूरो

यूरो

पौंड-स्टर्लिंग


कविता की कहानी
प्रश्न 1. इस कविता की कहानी अपने शब्दों में लिखो|
उत्तर- यह कहानी अंधेर नगरी के गुरू और चेले से शुरू होती है| दोनों ने एक साथ ही आते हैं| लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें पता चलता है कि यह अंधेर नगरी है और यहां का राजा बिल्कुल मुर्ख है| यह सुनकर गुरु अपने चेले को उस नगरी से फ़ौरन वापस चलने को कहता है| लेकिन चेला वापस जाने से इंनकार कर देता है कारण नगरी में हर चीज एक टके की मिलती थी|
तब गुरु अकेला ही वहां से चला जाता है और चेला वही रह कर खाने-पीने का आनंद लेने लगा उस नगरी में खीरा, ककड़ी, रबड़ी, मलाई जैसी चीजें टका सेर मिलती थी| कुछ दिन बाद नगरी की एक दिवार गिर जाती है| तब राजा इसके दोषी को पकड़ने का हुक्म देता है| दोषी के रूप में सिपाही, कारीगर, भिश्ती, मशकवाले, मंत्री सबको पकड़ कर लाया जाता है| बाद में दोषी के रूप में मंत्री को फांसी देने का आदेश होता है| लेकिन उसकी मोटी गरदन नहीं थी इसलिए मंत्री को फांसी नहीं दी जाती और चेले को फांसी देने के लिए लाया जाता है| तब चेला आपने गुरु को याद करता है और गुरु जाकर अपनी चालाकी से चेले को फांसी से बचा लेता है साथ ही मुर्खता के कारण राजा स्वयं ही फाँसी पर चढ़ जाता है| मुर्ख राजा के मरने से सारी प्रजा खुश हो जाती है|

प्रश्न 2. क्या तुमने कोई और ऐसी कहानि या कविता पढ़ी है जिसमें सुझबुझ से बिगड़ा काम बना हो, उसे अपनी कक्षा में सुनाओ|
उत्तर- खरगोश और शेर
जंगल में शेर रहता था| वह मांस खाता था| उसने खरगोश को खाने के लिए अपने पास बुलाया| पहले तो खरगोश वहाँ जाने से डर रहा था| लेकिन फिर भी हिम्मत करके एक शेर के पास चला गया| जब शेर ने पूछा कि तुम देर से क्यों आए हो तो उसने कहा कि महाराज रास्ते में मुझे आपसे ही बड़ा शेर मिल गया था| उसी ने मुझे रोक लिया था| यह सुनकर शेर को बहुत गुस्सा आया| उसने खरगोश वह स्थान दिखाने को कहा, जहाँ उसे बड़ा से मिला था|
खरगोश उसे अपने साथ एक कुएं के पास ले गया और कुएं की तरफ इशारा किया| शेर ने जब कुए में नीचे की ओर देखा, तो उसे अपनी परछाई दिखाई दी| वह उसे दूसरा शेर समझने लगा और गुस्से में दहाड़ने लगा| उसकी आवाज कुएं में गूंज कर वापस आई, तो उसने सोचा ये तो दूसरा शेर दहाड़ रहा है| गुस्से में वह उस पर झपटा और नीचे कुएं में गिर गया| इस प्रकार खरगोश ने होशियारी से अपनी जान बचा ली|

प्रश्न 3. कविता को ध्यान से पढ़कर अंधेर नगरीके बारे में कुछ वाक्य लिखो|(सड़कें, बाजार, राजा का राजकाज)
उत्तर- अंधेर नगरी के बारे में कुछ वाक्य-
(
क) अंधेरी नगरी की सड़के चमकदार थी|
(
ख) अंधेरी नगरी में सभी चीजें टके सेर भाव में मिलती थी|
(
ग) अंधेरी नगरी में कोई नियम नहीं था|
(
घ) अंधेर नगरी में किसी के दोष की सजा किसी को मिलती थी|
(
ङ) अंधेरी नगरी में खूब बारिश होती थी और बिजली चमकती थी|

प्रश्न 4.क्या ऐसे देश को अंधेरी नगरीकहना ठीक है? अपने उत्तर का कारण भी बताओ|
उत्तर- हां, ऐसे देश को अंधेर नगरीकरना ठीक है| क्योंकि यहां की शासन व्यवस्था और सजा देने का तरीका गलत था चारों और अज्ञानता का वातावरण था यहां का राजा महामूर्ख था|


कविता के बात
प्रश्न 1. “प्रजा खुश हुई जब मेरा मुर्ख राजा|”
(
क) अंधेर नगरी की प्रजा राजा के मरने पर खुश क्यों हुई?
उत्तर- अंधेर नगरी की प्रजा राजा के मरने पर इसलिए खुश हुई, क्योंकि उस राजा की राज प्रणाली ठीक नहीं थी|

(ख) यदि वे राजा से परेशान थे तो उन्होंने उसे खुद क्यों नहीं हटाया? आपस में चर्चा करो|
उत्तर- प्रजा ने राजा को खुद इसलिए नहीं हटाया, क्योंकि उस समय राजा के महत्व सबसे अधिक था| राजा ही राज्य का मुखिया होता था तथा उसी का ही हुक्म चलता है|

प्रश्न 2. “गुरु का कथन झूट होता नहीं है|”
(1)
गुरु जी ने क्या बात कही थी?
उत्तर- गुरुजी ने कहा था कि यह मुहूर्त फँसी पर चढ़ने के लिए शुभ है

(2) राजा यह बात सुनकर फाँसी लटक गया| तुम्हारे विचार से गुरुजी ने जो बात कही, वह सच थी|
उत्तर- राजा गुरूजी की बात सुनकर फाँसी पर लटक गया| लेकिन गुरूजी ने बात कही थी, वह सच नहीं थी|

(3) गुरुजी ने यह बात कहकर सही किया या गलत? आपस में चर्चा करो|
उत्तर- गुरूजी ने यह बात कहकर साही किया, क्योंकि इस झूट से उन्होंने अपने बेगुनाह चेले की जान बचाई थी|


अलग तरह से
• 
अगर कविता ऐसे शुरू हो तो आगे किस तरह बढ़ेगी?
थी बिजली और उसकी सहेली थी बदली
………………
………………
………………
उ त्तर- थी बिजली और उसकी सहेली थी बदली,
बरसता था पानी चमकती थी बिजली
गरजते थे बादल दमकती थी बिजली,
थी बरसात गहरी, धमकती थी बिजली|


क्या होता यदि
प्रश्न 1. मंत्री की गर्दन फंदे के बराबर की होती?
उत्तर- तो मत्री को फाँसी पर चढ़ा दिया जाता|

प्रश्न 2. राजा गुरूजी की बातों में न आता?
उत्तर- राजा गुरूजी की बातों में न आता तो चेले को फाँसी पर चढ़ा दिया जाता|

प्रश्न 3. अगर संतरी कहता कि दीवार इसलिए गिरी क्योंकि पोली थीतो महाराज किस-किस को बुलाते? आगे क्या होता?
उत्तर- अगर संतरी कहता की दीवार इसलिए गिरी क्योंकि पोली थी, तो महाराज कारीगर, भिश्ती और मशकवाले को बुलाते| फिर शायद, वह इन सबको फाँसी की सजा देने की आज्ञा दे देते|


शब्दों की छानबीन
प्रश्न 1. नीचे लिखे वाक्य पढो| जिन शब्दों के नीचे रेखा खिंची है, उन्हें आजकल कैसे लिखते है, यह भी बताओ|
(
क) न जाने की अंधेर हो कौन छान में!
(
ख) गुरूजी ने खा तेज़ ग्वालिन न भग री!
(
ग) इसी से गिरी , यह न मोती घनी थी!
(
घ) ये गलती न मेरी , यह गलती बिरानी!
(
ङ) न ईएसआई महूरत बनी बढ़िया जैसी
उ त्तर-(क) छन क्षण
(
ख) भाग भाग
(
ग) घनी गहरी
(
घ) बिरानी परायी
(
ड) महूरत मुहूर्त

प्रश्न 2. चमाचम थी सड़कें.. इस पंक्ति में चमाचमसहबद आया है| नीचे लिखे शब्दों को पढ़ा और दिए गे वाक्यों में ये शब्द भरो-
पटापट चकाचक फ़टाफ़ट चटाचट झकाझक खटाखट चटपट
• 
आँधी के कारण पेड़ से …. फल गिर रहे हैं|
• 
हंसा अपना सारा काम …. कर लेती है|
• 
आज रहमान ने ……. सारे लड्डू खा डाले|
• 
उस भुक्खड़ ने …… सारे लड्डू खा डाले|
• 
सारे बर्तन धुलकर …… हो गए|
उ त्तर- आँधी के कारण पेड़ से पटापट फल गिर रहे हैं|
हंसा अपना सारा काम फटाफट कर लेती है|
आज रहमान ने चकाचक सारे लड्डू खा डाले|
उस भुक्खड़ ने चटपट सारे लड्डू खा डाले|
सारे बर्तन धुलकर झकाझक हो गए|

 

 

पाठ- 13. स्वामी की दादी

कहानी से
प्रश्न 1. “सच? राजम बड़ा बहादुर लड़का है|” स्वामी को क्यों लगा की दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही?
उत्तर- दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही लेकिन स्वामी को ऐसा इसलिए लगा क्योंकि दादी राजम को अच्छी तरह नहीं जानती थी|

प्रश्न 2. मैडल से चूड़ियाँ बनवा लेने पर दादी ने बुआ को महामूर्ख क्यों माना?
उत्तर- मैडल से चूड़ियाँ लेने पर दादी ने बुआ को महामुर्ख इसलिए माना क्योंकि वह मैडल स्वामी के दादा जी को एम.ए. करने पर मिला था| वह उनकी सफलता की निशानी था| लेकीन बुआ ने उसे तुड़वाकर चूड़ियाँ बनवा ली थी|

प्रश्न 3. पाठ के आधार पर दादी या स्वामी के स्वभाव, आदतों आदि के बारे में तुम्हे क्या पता चलता है? किसी एक के बारे में दस-बारह वाक्य लिखो|
उत्तर- स्वामी एक छोटा-सा बच्चा है| वह अपनी दादी के साथ रहकर बहुत खुश है| और दादी से बहुत प्यार करता है| वह अपने दोस्त की बातें अपनी दादी को बढा-चढ़ा कर कर बताता है| लेकिन बाद में उसकी बातों पर ध्यान नहीं देती इसलिए उसे गुस्सा आता है| उसे पुरानी बातें सुनना अच्छा लगता है| वह दादी को अपनी बातें ध्यान से सुनने के लिए कहता है| लेकिन स्वयं उनकी बात ध्यान से नहीं सुनता|


तुम्हारी समझ से
प्रश्न 1. स्वामी ने राजम को ऊंची चीज माना | क्या तुम स्वामी के राय से सहमत हो ? अपने उत्तर के कारण लिखो|
उत्तर – हां, हम भी स्वामी की राय से सहमत हैं| क्योंकि राजम के पास पुलिस की वर्दी थी| उसके पिता पुलिस के अधीक्षक थे| राजम पढ़ने-लिखने में बहुत होशियार था और उसने शेर को भी मारा था|

प्रश्न 2. स्वामी का अपनी दादी के साथ कैसा रिश्ता था ? तीन चार वाक्य में लिखो|
उत्तर – स्वामी का अपनी दादी के साथ प्यार-भरा रिश्ता था| स्वामी अपनी दादी की गोद में स्वयं को सुरक्षित महसूस करता था| साथ ही अपनी दादी के साथ बहुत खुश रहता था|


कहानी हो तुम
प्रश्न 1. ( क ) स्वामीनाथन के दादा रौबदार सब मजिस्ट्रेट थे|”
किसी व्यक्ति को किन बातों से पता चलता है?
उत्तर – किसी व्यक्ति का रौब उसके पद, उसके व्यक्तित्व और अन्य लोगों में उसके आदर-सम्मान से पता चलता है|

( ख ) क्या तुम्हारे आस पास कोई रौबदार व्यक्ति है ? शब्दों के जरिए उसका खाका खींचो|
उत्तर – हमारे घर के पास एक रौबदार अंकल है| वह पुलिस में है| उनकी मूंछे बड़ी-बड़ी है उनका शरीर भी काफी मजबूत है| उनकी आवाज बहुत बुलंद है और वह सदा खुश रहते हैं सभी लोग अंकल का सम्मान करते हैं|

प्रश्न 2. “ स्वामीनाथन दादी के पास …… बहुत प्रसन्न और सुरक्षित महसूस कर रहा था |” तुम कब से दूर असुरक्षित महसूस करते हो?
उत्तर- जब हम अकेले हों या अपने माता-पिता से दूर हों, उस समय हम असुरक्षित महसूस करते हैं|

प्रश्न 3. तुम इन हालात में कैसा महसूस करती हो-
(
क) दोस्त के घर में
(
ख) जब तुम पहली बार किसी के घर जाती हो
(
ग) रेलगाड़ी या बस में किसी सफ़र पर
(
घ) जब तुम मुख्याध्यापक के कमरे में जाती हो
उत्तर – (क) दोस्ते के घर में हम बहुत ख़ुशी महसूस करते हैं|
(
ख) जब हम पहली बार किसी के घर जाते हैं, तो हम थोडा-सा अजीब महसूस करते हैं|
(
ग) रेलगाड़ी या बस में सफ़र करते समय हम बहुत ही खुश होते हैं|
(
घ) जब हम मुख्याध्यापक के कमरे में जाते हैं, तो हम थोड़ा-बहुत दर जरूर लगता है|


पता करो
प्रश्न 1. सब-मजिस्ट्रेट कौन होता है? क्या वह पुलिस विभाग में होता है?
उत्तर- सब मजिस्ट्रेट एक जज होता है| वह पुलिस विभाग में नहीं होता है|

प्रश्न 2. तुम्हारा घर या स्कूल किस थाने में आता है? थाने में कौन-कौन से पद होते हैं? उन व्यक्तियों के नाम भी पता करो जो इन पदों पर हैं| नीचे दी गई तालिका में इकट्ठा की गई जानकारी को दर्ज करो|

थाने का नाम-

 

पद

व्यक्ति का नाम

 

 

 

 

 

 

उत्तर- हमारा घर थाना रोहिणी में आता हैं| ठाणे में एस.एच.ओ., इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, हवलदार, सिपाही आदि पद होते हैं|

थाने का नाम-

 

पद

व्यक्ति का नाम

एस.एच.ओ
इंस्पेक्टर
सब-इंस्पेक्टर
हवलदार
सिपाही

श्री वी.के.सिंह
श्री राजवीर राठी
श्री वी.के.शर्मा
श्री सुखवीर सिंह
किशनपाल मीणा


दादी का बक्सा
उसका (दादी) सामान था- पाँच दरियाँ, तीन चादरें,……… लकड़ी का एक छोटा बक्सा जिसमें तांम्बे के सिक्के, इलायची, लौंग, और सुपारी पड़े थे|”
प्रश्न 1. दादी अपने बक्से में इलायची, लौंग और सुपारी क्यों रखती होंगी?
उत्तर- दादी अपने बक्से में इलायची, लौंग और सुपारी खाने के लिए रखती होंगी|

प्रश्न 2. क्या तुम्हारे घर में इसका इस्तेमाल होता है किन किन तरह से होता है|
उत्तर – हमारे घर में इसका इस्तेमाल होता है| इसका इस्तेमाल चाय में तथा अलग-अलग पकवान बनाने में होता है|

प्रश्न 3. तांबे के सिक्के बनाने के लिए किस किस धातु का इस्तेमाल होता है?
उत्तर – तांबे के सिक्के बनाने के लिए तांबे तथा लोहे का इस्तेमाल होता है|

प्रश्न 4. सिक्के कौन कौन सी धातु के बने होते हैं
उत्तर – सिक्के तांबे, सोने, चांदी, लोहे, पीतल, गिल्ट आदि धातुओं द्वारा बने हो सकते हैं|


शब्दों की बात
नीचे पहले स्तंभ के रेखांकित विशेषणों के शब्दों का वाक्य में प्रयोग करो | तुम एक से अधिक वाक्यों का सहारा भी ले सकती हो|
उलजुलूल कल्पना , चेतावनी,
रुखा स्वर मिठास
खूंखार डाकू समर्थन
उत्तर – (क) तुम उलजुलूल मत बोलो, इसलिए मैंने पहले ही चेतावनी दी थी|
(
ख) आज रुखा भोजन कर लो| कल तुम्हे मिठास से भरपूर भोजन मिलेगा|
(
ग) मलखान सिंह एक खूंखार डाकू है मैं तुम्हारी इस बात का समर्थन करता हूं|

नीचे कहानी से कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं | इनमें जिन शब्दों के नीचे खींची है , उनका लिंग पहचानो और लिखो|
पुलिस की वर्दी
काफी बड़ा दफ्तर
तांबे के सिक्के
अपने सारे सामान
दसवां हिस्सा
उस जैसे महामूर्ख
उत्तर वर्दी स्त्रीलिंगदफ़्तर पुल्लिंगसिक्का – पुल्लिंगहिस्सा­ – पुल्लिंग, महामूर्ख पुल्लिंग|

 

 

पाठ- 14. बाघ आया उस रात

बात-बात में
वो इधर से निकला, उधर चला गया
प्रश्न- (क)यह बात कौन किसे बता रहा होगा?
उत्तर- यह बात बेटू छोटू को बता रहा होगा|

(ख) तुम्हे यह उत्तर कविता की किन पंक्तियों से पता चला?
उत्तर- हमें यह उत्तर कविता की निम्नलिखित पंक्तियों से पता चला?
पाँच-साला बेटू ने हमें फिर से आगाह किया|’


ख़बर तेंदुए की
प्रश्न- (क) कक्षा 2 की रिमझिम के अखबार में छपा समाचार दिया गया है| साथ में उस समाचार के आधार पर लिखिए कहानी भी दी गई है उसे एक बार फिर से पढ़ो|
उत्तर- (क) छात्र कक्षा 2 की पुस्तक से कहानी पढ़ें|

(ख) अब बाघ आया उस रातकविता के आधार पर एक समाचारलिखो|
उत्तर- हिमाचल प्रदेश: कल रात हिमाचल प्रदेश के पपलाह गांव में एक बाघ आ गया| जिसे कारण गांव में अफरातफरी मच गई| लेकिन बाघ जल्दी ही वहां से चला गया| वह बाघ इससे पहले भी गांव में नदी के पास अपनी बाघिन और बच्चों के साथ देखा गया था| बाघ के गांव में इस तरह आने से डर का माहौल बन गया है| लोग शाम होती अपने घरों दरवाजे बंद कर लेते हैं|

(ग) तेंदुए और बाघ में क्या अंतर है? पता करो| इस काम के लिए तुम बड़ों से बातचीट भी कर सकते हो|
उत्तर- तेंदुए और बाघ का रंग कुछ अलग होता है| उनकी दौड़ने की गति में भी कुछ अंतर होता है| तेंदुआ कुछ छोटा होता है, जबकि बाघ उससे बड़ा होता है|


उस रात
इस कविता में एक ऐसी रात की बात की गई है जिस रात को कुछ अनोखी घटना घटी थी|
प्रश्न- (क) उस रात को कौन सी अनूठी बात हुई थी?
उत्तर- उस रात को गांव में बाघ आ गया था|

(ख) तुम्हारे विचार से क्या सचमुच अनूठी है? क्यों?
उत्तर- हाँ, यह बात सचमुच में अनूठी है| क्योंकि ये जानवर जंगल में रहते है और उनका गांव में आना अनूठी बात है|

(ग) उस रात को और क्या क्या हुआ आपने शादी से बातचीत करके लिखो|
उत्तर- उस रात को बाघ आने से गांव में हडबड़ी मच गई होंगी| लोग बाग को भगाने के लिए इकट्ठा हो गए होंगे| साथ ही डर के मारे समूह बना कर घूम रहे होंगे| बच्चों को घरों के अंदर बंद कर दिया गया होगा|


बाघ के काम
बाघ कहीं काम नहीं करता, न किसी दफ्तर में, न कॉलेज में
प्रश्न- बाघ दिन भर क्या-क्या करता होगा? कहाँ-कहाँ जाता होगा? अपने साथियों के साथ मिलकर जानकारी एकत्रित करो| फिर चर्चा करके उस पर एक चित्रात्मक पुस्तक तैयार करो| इसे तुम अपने पुस्तकालय में भी रख सकते हो|
उत्तर- बाघ दिन भर जंगल में घूमता रहता होगा और शिकार करता होगा| वह जंगल के साथ-साथ पहाड़ों, झरनों तथा नदी पर जाता होगा| छात्र स्वयं चर्चा करके एक चित्रात्मक पुस्तक तयार करे|


आँखें फैलाकर
वो इधर से निकला उधर से चला गया
वो आँखें फैलाकर बतला रहा था|
प्रश्न- नीचे आँख से जुड़े कुछ और मुहावरे दिए गए है, वाक्यों में इनका इस्तेमाल करो|
आँख लगाना, आँख दिखाना, आँख मूँदना, आँख बचाना, आँखें भर आना, सिर आँखों पर बैठाना
उत्तर- आँख लगना –(नींद आना)- कहानी सुनते-सुनते विशाखा की आँख लग गई|
आँख दिखाना –(डराना)- मां ने बच्चे को गलती करने पर आँख दिखाई|
आँख मूँदना –(ध्यान न देना)- हमें गलत काम को देखकर आँखें नहीं मूँदनी चाहिए, बल्कि उन्हें रोकना चाहिए|
आँख बचाना –(चुपचाप निकलना)- उधार के रुपए लौटाने के डर से मनोज आँखें बचा कर निकल रहा था|
आँखें भर आना –(पीड़ा पहुंचना)- एक कबूतर को मरते देख मेरी आँखे भर आई
सिर आँखों पर बैठाना –(बहुत इज्जत देना) ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप जीतने पर भारतीय टीम को लोगों ने सिर आंखों पर बिठा लिया|


शब्दों की दुनिया
प्रश्न- (क) पाँच साला बिटू ने हमें फिर से आगाह किया| ‘आगाह कियाका मतलब क्या हो सकता है?
• 
सचेत किया ______
• 
मनोरंजन किया ______
• 
बताया _______
• 
समझाया _______
उत्तर- सचेत किया

(ख) कविता में इनमें से कौन सा भाव झलकता है?
उ त्तर- कविता में इनमें से सचेत करने का भाव झलकता है|

(ग) किन किन पंक्तियों/शब्दों से यह भाव व्यक्त हो रहे हैं?
*
आश्चर्य, *डर *अविश्वास
उत्तर- आश्चर्य  “वो इधर से निकला
उधर चला गया ऽऽ‘’
डर – “आप रात को बाहर निकलो!
अविश्वास  “न किसी दफ्तर में
न कॉलेज में ऽऽ

(घ) जब हम कविता के जरिए कोई बात कहते हैं तो आप तोर पर शब्दों के कर्म को बदल देते हैं
• 
जैसे कविता का शीर्षक बाघ आया उस रात गद्य में उस रात बाघ आया होगा | ऐसा क्यों किया जाता होगा?
• 
इस किताब की दूसरी कविताएँ भी पढ़ो शब्दों के क्रम में आए बदलाव पर गौर करो | ऐसे ही कुछ वाक्यों की सूची बनाओ|
• 
क्या शब्दों के क्रम में बदलाव अखबार की खबरों में भी आता है ? पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 116 पर बने कोलाज को देखो और बताओ |
उत्तर- ऐसा कविता में लय-तुक तथा प्रवाह लाने के लिए किया जाता है|

• अन्य कविताओं में शब्दों के क्रम में आए बदलाव-
(
अ) सीटी भी है कई तरह की|
(
आ) हैं छोटी-छोटी तलवार|
(
इ) थोडा घबराते भी थे हम उससे|
(
ई) गुरु एक थे और थे एक चेला|
(
उ) टके सेर मिलती थी राबड़ी मलाई|
उत्तर- हा, शब्दों के क्रम में बदलाव अखबार की ख़बरों में भी आता है| जैसे-
(
अ) किस तरह के बच्चे होते है अच्छे|
(
आ) अठारह घंटे की देरी से चल रही रेलगाड़ियाँ|
(
इ) कोहरे के असर से मंद पड़ी ट्रेन व् बसें|
(
ई) स्वीपर कर रहे डॉक्टर का काम|
(
उ) इस बार कठिन होगा बच्चों को रिझाना|

 

 

पाठ- 15. बिशन की दिलेरी

कहानी से
प्रश्न 1. “जी हाँ, हमारे पास लाइसेंस वाली बंदूकें हैं| सरपंच माधोसिंह भी हमें जानता हैं|” शिकारियों ने कर्नल साहब से क्या सोच कर ऐसा कहा होंगा?
उत्तर- शिकारियों ने सोचा होगा की कर्नल साहब हमें डाँटेंगे इसलिए उन्होंने ऐसा खा होगा|

प्रश्न 2. बिशन घायल तीतर को क्यों बचाना चाहता था?
उत्तर- बिशन घायल तीतर को इसलिए बचाना चाहता था, क्योंकि उसे शिकारियों द्वारा तीतरों को मारना बहुत बुरा लगता था| वैसे भी वह जानता था की शिकारी इस तीतर को खेत से ढूँढ नहीं पाएँगे और घायल तितर यहीं तड़प-तड़पकर अपने प्राण त्याग देगा|

प्रश्न 3. घायल तीतर को बचाने के लिए उसे किस तरह की परेशानियाँ हुईं?
उत्तर- उसे काँटेदार झाड़ियों के रस्ते से जाना पड़ा| वह घुटनों के बल चल रहा था, जिस कारण उसके हाथ-पाँव में काँटे भी चुभ गए थे| वह काफी देर तक दौड़ता रहा, जिससे उसकी कमीज़ पसीने से गीली व फट भी गई थी|

प्रश्न 4. घायल तीतर अगर तुम्हें मिला होता, तो तुम उसे पालते या अच्छा होने पर छोड़ देते? क्यों?
उत्तर- घायल तीतर अगर हमें मिला होता, तो हम उसे अच्छा होने पर छोड़ देते| क्योंकि सभी पशु-पक्षियों को स्वंतत्र रहने का अधिकार है| सभी पाशी स्वंतत्र रहकर ही खुश रहते है|


भाषा की बात
प्रश्न 1. इन वाक्यों को अपने शब्दों में लिखो-
• 
सुबह की हलकी धूप में खेत सुन्दर लिख रहे थे|
• 
वह इतना तेज़ चल रहा था मानो उसके पंख लगे हुए थे|
उ त्तर- सुबह की हलकी धूप में खेत सुन्दर दिख रहे थे|
इतना तेज़ चल रहा था की जैसे उसके पंख लगे हुए हों|

प्रश्न 2. “तीतर स्वेटर में फँस गया तो बिशन ने उसे पकड़ लिया और अपने सीने से चिपका लिया|”
ऊपर लिखे वाक्य में उसेशब्द का इस्तेमाल तीतरके लिए किया गया है| एक ही संज्ञा का बार-बार इस्तेमाल करने की बजाय उसकी जगह पर कुछ ख़ास शब्दों का प्रयोग किया जाता है| ऐसे सबड़ों को सर्वनाम को टिक रूप छाँटकर लिखो|
(
क) मास्टर साहब ने अप्पाराव को ……… पास बुलाकर कहा , …… कल ….. घर आना | ( मैं , अपना , तुम)
(
ख) सेंटीला …… घर नागालैंड के किस शहर में हैं ? ( तुम)
(
ग) सुधा ने ……. बुआ से पूछा , पापा ….. कितने बड़े है ? ( आप)
(
घ) मोहन को समझ में नहीं आ रहा की …… क्या करना चाहिए ? ( वह)
(
ङ) विमल ने …… अफसर को याद दिलाया की ….. चार बजे बैठक में जाना है | ( आप , वह)
उ त्तर- (क) अपने, तुम, मेरे
(
ख) तुम्हारा
(
ग) अपनी, आपसे
(
घ) उसे
(
ड) अपने, उसे

प्रश्न 3. इन वाक्यों को पूरा करो-
(
क) वह इतना धीरे चाल रहा था , मानो…………..
(
ख) रात में चमकते तारे ऐसे दिख रहे थे , मनो ………….
(
ग) तुम तो मंगल ग्रह के बारे में ऐसे बता रहे हो , मनो ………..
(
घ) बिल्ली चूहे को ऐसी ललचाई नज़रों से देख रही थी , मनो ……
उ त्तर- (क) वह इतना धीरे चल रहा था, मानो चींटी चल रही हो|
(
ख) रात में चमकते तारे ऐसे दिख रहे थे, मनो आकाश में तारों की चादर बिछी हो|
(
ग) तुम तो मंगल ग्रह के बारे में ऐसे बता रहे हो, मनो तुम मंगल ग्रह पर जाकर आए हो|
(
घ) बिल्ली चूहे को ईएसआई ललचाई नज़रों से देख रही थी, मनो अभी खा जाएगी |


फसलों के इर्द-गिर्द
प्रश्न 1. इस कहानी में सेबों के खेत और सीढ़ीनुमा खेत का जिक्र आया है| अनुमान लगाकर बताओ की यह काहानी भारत के किस भौगोलिक क्षेत्र की होगी और वहाँ सीढ़ीनुमा खेती क्यों की जाती होगी?
उत्तर- यह कहानी भारत के उत्तरी भाग की होगी| वहां सीढ़ीनुमा खेती समतल भूमि के अभाव के कारण की जाती होगी| हिमाचल या कश्मीर ही ऐसे भाग है| वैसे भी इन क्षेत्रों में भरी वर्षा और बर्फबारी के कारण सीढ़ीनुमा खेत बनाए जाते हैं| जिससे पानी फसलों को नष्ट ना कर सके|

प्रश्न 2. “ सेबों के बाग में कीटनाशक दवा का छिड़काव हो रहा था|”
यों तो कीटनाशक से दवाएँ फलों , सब्जियों और अनाज की फसलों को कीड़ा लगने से बचाती है , पर
(
क ) ये कीटनाशक दवाएँ कीड़ों को नष्ट करती है | इससे इनका सेवन करने से क्या हमें भी नुकसान होगा ? पता करो और कक्षा में बातचीत करो|
उत्तर  फलों, सब्जियों और अनाज की फसलों को कीड़े से बचाने के लिए किटनाशक दवाएँ छिड़की जाती है| ये कीटनाशक दवाएँ कीड़ों को नष्ट करती है| लेकिन इनमें जहर की मात्रा बहुत ही कम होती है| इसलिए उनके सेवन से नुकसान नहीं होता है| लेकिन फिर भी वह कीटनाशक हमारे पाचन तंत्र पर थोड़ा-बहुत प्रभाव डालते हैं| इसलिए इसके सेवन से पहले अच्छे से धोना चाहिए|

( ख ) ऐसे में फलों और सब्जिओं का इस्तेमाल करने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा?
उत्तर – फलों और सब्जियों को कीड़ों से बचाने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिडकाव किया जाता है| इसलिए फलों और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह से धोना चाहिए| सब्जियों को पका कर कहना चाहिए| कटी हुई सब्जियों या फलों को नहीं खाना चाहिए|


तुम्हारे आस-पास
प्रश्न 1. कर्नल दत्ता ने घायल तीतर को गेंदे की पत्तियों का रस पिलाने के लिए कहा| पत्तों का इस्तेमाल कई कामों के लिए होता है| नीचे लिखी पत्तियों का इस्तेमाल किसलिए होता है?
तुलसी, नीम, मीठा नीम, आम, अमरुद, तेजपत्ता, केला, सागवान
उत्तर- तुलसी – पूजा-पाठ करने तथा चाय में डालने में प्रयोग होती है|
नीम – फोड़े-फूँसी पर लगाने तथा दवाइयों में प्रयोग होता है|
मीठा नीम – (करी पत्ता) सब्जियाँ व् दाल बनाने में प्रयोग होता है|
आम – पूजा-पाथ्त्था हवन आदि में प्रयोग होता है|
अमरुद – दवाइयों में प्रयोग होता है|
तेजपत्ता – सब्जी में डालने तथा मसाला बनाने में प्रयोग होता है|
केला पूजा-पाठ तथा भोजन करने में प्रयोग होता है|
सागवान – दोने-पत्तल बनाने तथा कपड़ों की रंगाई में प्रयोग होता है|

प्रश्न 2. “कर्नल साहब के कहने पर बिशन दौड़ाकर दवाइयों का बक्सामें आया|” इसे तुम प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स /फर्स्ट एड बॉक्सके नाम से जानते होंगे|
(
क) इस बक्से में क्या-क्या चीज़ें होती हैं?
उत्तर- इस बक्से में कपड़ो की पट्टी, रुई, डेटॅाल, काटने-चिलाने की दवाई, कैंची, चिमटी आदि चीजें होती है|

(ख) इसका इस्तेमाल कब-कब किया जाता है?
उत्तर- इसका इस्तेमाल मामूली चोट लगाने या छोट-मोटे उपचार के लिए किया जाता है|

प्रश्न 3. तुमने पर्यावरण अध्ययन में पढ़ा होगा की पहाड़ी क्षेत्रों में आमतौर पर छतें, ढलावदार बनाई जाती है| सोचकर बताओ की ऐसा क्यों किया जाता है?
उत्तर- पहाड़ी क्षेत्रों में आमतौर पर छतें ढलावदार बनाई जाती हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में बर्फ आदि पड़ती रहती हैं, जो समतल छत होने पर उसमे जमा हो सकती है| जिससे मकान गिरने का खता हो सकता है| इसके साथ ही ये ढलावदार छाते, तेज बारिश के लिए भी उपयुक्त हैं|


पहाड़ी इलाका
प्रश्न- इस कहानी में पहाड़ी, घाटी शब्दों का इस्तेमाल हुआ है| पहाड़ी इलाके से जुड़े हुए और शब्द सोचकर लिखो| जैसे- ढलान, चट्टान आदि|
उत्तर- ढलान, चट्टान, टेढ़ा-मेढ़ा, कंटीला, संकरा, पथरीला, ऊँचा-नीचा, कठोर शुष्क, खुला, बर्फीला, चट्टानी, असमतल, सीढ़ीनुमा, पगडंडी, झाड़ी, छप्पर, बर्फबारी, चोटियाँ आदि|


तितर
प्रश्न 1. पहेली तितर के दो पीछे तीतर,,
तीतर के दो आगे तीतर
बोलो कितने तीतर?
उत्तर- तीन तीतर|

प्रश्न 2.तीतर का फोटो दिया गया है| गौर से देखो और उसक वर्णन कोण| चौथी में तुम यह कर चुके हो|

उत्तर- तीतर एक छोटा-सा पक्षी होता है| यह दिखने में बहुत ही सुंदर ही लगता है| इसके छोट-छोटे पंख होते हैं| यह फुदक-फुदक कर चलता है और हल्की उड़ान भी भरता हैं| यह एक साथ झुण्ड में रहते है तथा लड़ने में तेज होते हैं|

प्रश्न 3. तीतर के आर में और जानकारी इकट्ठा करो| जैसे- तीतर का घोंसला, वह क्या खाता है आदि|
उत्तर- तीतर छोटे-छोटे तिनकों से अपना घोंसला बनाता है| वह हरी-हरी पत्तियाँ, छोट-मोटे कीड़े तथा फल-फुल खता है| यह दिखने में भूरे रंग का होता है और बहु अच्चा लगता है| ये आपस में लड़ाई भी करते हैं| गाँव में तीतर की लड़ाई कराई जाती हैं| कुछ लोग इसका माँस भी खाते हैं|

 

 

पाठ- 16. पानी रे पानी

तुम्हारे आस-पास
अपने आस-पास के बड़ों से पूछकर पता लगाओ-
प्रश्न 1. तुम्हारे घर में पानी कहाँ से अक़ता है?
उत्तर- हमारे घर में पानी दिल्ली जल बोर्ड की सप्लाई से आता है| दिल्ली जल बोर्ड नदियों नालों के पानी को साफ़ करके सप्लाई करता है|

प्रश्न 2. तुम्हारे घ्कार का मैला पानी बहकर कहाँ जाता है?
उत्तर- हमारे घर का मैला पानी बहकर नालियों में जाता है|

प्रश्न 3. (क) तुम्हारे इलाके में धरती के अन्दर का पानी कितने फीट या कितने हाथ नीचे है?
उत्तर- हमारे इलाके में धरती के अन्दर का पानी 20-25 फीट नीचे है|

(ख) आज से पन्द्रह वर्ष पहले यह कितना नीचे था?
उत्तर- आज से पंद्रह वर्ष पहले यह पानी 10-15 फीट नीचे था|


अनुमान लगाओ
पाठ के आधार पर बताओ-
प्रश्न 1. अपने घर के नल के पिप में मोटर लगवाना दूसरों का हक़ छिनने के बराबर है| लेखक ऐसा क्यों मानते हैं?
उत्तर- लेखक अपने घर के नल के पाइप में मोटर लगवाना दूसरों का हक छीनने के बराबर इसलिए नहीं मानते हैं, क्योंकि इससे मोटर लगाने वाले घर को पूरा पानी मिलता है| लेकिन दूसरों को पानी की कमी हो जाती है|

प्रश्न 2. बड़ी संख्या में इमारतें बनने से बाढ़ और अकाल का खतरा कैसे पैदा होता है?
उत्तर- बड़ी संख्या में इमारतें बनाने के लिए मनुष्य ने समंदर, नदी-नालो आदि का भराव किया तथा अंधाधुंध वन काटे जिससे बाढ़ और अकाल का खतरा पैदा होता है|

प्रश्न 3. धरती की गुल्लक किन किन सा धनों से भरती है?
उत्तर- धरती गुल्लक नदी-नालों, तालाबों तथा झीलों से भरती है|


यदि हाँ तो……
प्रश्न 1. क्या तुम्हारे इलाके में कभी बाढ़ आई है? यदि हाँ, तो उसके बारे में लिखो|
उत्तर- हमारे इलाके में बहुत पहले बाढ़ आई थी जिसके बारे में हमें हमारे दादाजी ने बताते हैं| वह बताते हैं कि उस समय चारों ओर पानी पानी फैल गया था| लोगों के घर-बार बह गए थे| साथ ही लोगों को दैनिक जरूरत की चीजें मिलने में बहुत कठिनाईयाँ आई थी|

प्रश्न 2. क्या तुम्हारे घर में पानी कुछ ही घंटों के लिए आता है? यदि हाँ, तो बताओ कि कैसे तुम्हारे परिवार की दिनचर्या नल में पानी आने के साथ बँधी होती है?
उत्तर- हाँ, हमारे घर में पानी कुछ ही घंटो के लिए आता है| इस कारण हमारे परिवार की दिनचर्या नल में पानी आने के साथ बँधी होती है| हमें सुबह-सुबह जल्दी उठकर पानी भरना पड़ता है| जब तक पानी न आ जाए तब तक हमने अन्य काम नहीं कर पाते हैं| कई बार जब पानी कुछ देरी से आता है, तो हमें बैठकर पानी के इंतजार करना पड़ता है|

प्रश्न 3. क्या तुम्हारे मोहल्ले में रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए लोगों को पानी खरीदना पड़ता है? यदि हाँ, तो बताओ कि तुम्हारे घर में रोज औसतन कितने लीटर पानी खरीदा जाता है? इस पर कितना खर्चा होता है?
उत्तर- हाँ हमारे मोहल्ले में रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए लोगों को पानी खरीदना पड़ता है| हमारे घर में रोज पिने के लिए 20 लीटर पानी खरीदा जाता है| इस पर लगभग 500 रूपए महीने का खर्चा होता है|


संकट क्यों?
प्रश्न 1. पाठ में पानी के संकट के किस प्रमुख कारणों की बात की गई है?
उत्तर- पाठ में पानी के संकट के लिए प्रमुख कारण नदी-नालों तथा तलाबों को कूड़े-कचरे से भरने की बात की गई है|

प्रश्न 2. पानी के संकट का एक और मुख्य कारण पानी की फ़िजूलखर्ची भी है| कक्षा में पाँच-पाँच के समूह में बातचीत करो और बताओ कि आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में पानी की बचत करने के लिए तुम क्या-क्या उपाय कर सकते हो?
उत्तर- अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में पानी की बचत करने के लिए हम निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं-
(
क) हम आवश्यकतानुसार पानी का प्रयोग करें|
(
ख) कभी भी नल को खुला ना छोड़ें|
(
ग) कपड़े धोने, बर्तन धोने तथा साफ-सफाई में कम-से-कम पानी का प्रयोग करें|
(
घ) पानी को व्यर्थ न बहाएँ|

प्रश्न 3. जितना उपलब्ध है, उससे कहीं ज्यादा खर्च करने से पानी का संकट उत्पन्न होता है| क्या यही बात हम बिजली के संकट में के बारे में भी क्या सकते हैं?
उत्तर- हाँ, यही बात हम बिजली के संकट के बारे में भी कह सकते हैं| क्योंकि किसी भी वस्तु की उपलब्धता से ज्यादा प्रयोग उसकी कमी का कारण बन सकता है|


पानी का चक्कर-भाषा का चक्कर
प्रश्न 1. पानी की समस्या या बचत से संबंधित पोस्टर और नारे तैयार करो| यह काम तुम चार-चार के समूह में कर सकते हो|
उत्तर- पानी की समस्या या बचत से संबंधित नारे इसप्रकार हो सकते हैं
(
क) जल बचाओ, जीवन बचाओ|
(
ख) जल ही जीवन है|
(
ग) पानी की बूँद-बूँद कीमती है|
(
घ) पानी को बकार न बहाओ|
ये है बड़ा अनमोल इसे बचाओ|
पोस्टर- जल बचाओ, जीवन बचाओ

प्रश्न 2. “पानी की बर्बादी, सबके बर्बादीइस नारे में बर्बादीशब्द का एक अर्थ है या दो अलग अर्थ है? सोचो|
उत्तर- इस नारे में बर्बादीशब्द के दो अर्थ हैं| पहला पानी का बर्बाद होना तथा दूसरा इसकी कमी से सबको होने वाली परेशानियाँ|

प्रश्न 3. पानी हमारी जिंदगी में महत्वपूर्ण तो है ही, मुहावरों की दुनिया में हम उसकी जगह खास जगह है| पानी से संबंधित कुछ मुहावरे इकट्ठा करो और उनका उचित संदर्भ में प्रयोग करो|
उत्तर- पानी पानी होना -(शर्मिंदा होना)- अपना झूठ पकड़े जाने पर सोनू पानी-पानी हो गया|
आँख का पानी मरना –(बेशर्म होना)- तुम यह गलत काम कर रहे हो| क्या तुम्हारी आँख का पानी मर गया है?
पानी फिरना –(नष्ट होना)- सेबों की फसल खराब हो जाने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया|
मुँह में पानी आना –(लालच आ जाना)- तरह-तरह की मिठाइयों को देखकर मुँह में पानी आना स्वाभाविक है|

 

 

पाठ- 17. छोटी-सी हमारी नदी

तुम्हारी नदी
प्रश्न 1. तुम्हारी देखी हुई नदी भी ऐसी ही है या कुछ अलग है? अपनी नदी परिचित नदी के बारे में छुटी हुई जगहों पर लिखो
…………
सी हमारी नदी ………. ……… धार
गामीयों में ………… ………… , …. …. जाते पर
उ त्तर- उजली सी हमरी नदी तेज इसकी धार
गर्मियों में इसके पानी में घुसकर जाते पार

प्रश्न 2. कविता में दी गई बातों के आधार पर अपनी परिचित नदी के बारे में बताओ-
*
धार, *पाट, *बालू, *कीचड़, *किनारे, *बरसात में नदी
उत्तर- धार – हमारी परिचित नदी की धार कुछ धीमी हो गई है|
पाट हमारी परिचित नदी की पाटी ढालू है|
बालू – इस नदी में बहुत-सा बालू है|
कीचड़ – इस नदी के किनारों पर कीचड़ और रेत भी है|
बरसात में नदी – बरसात में इस नदी में पानी अधिक भर जाता है|

प्रश्न 3. तुम्हारी परिचित नदी के किनारे क्या-क्या होता है
उत्तर- हमारी परिचित नदी के किनारे लोग पूजा पाठ करते हैं| कुछ लोग मछलियां पकड़ते हैं| बच्चे यहाँ नहाते हैं तथा दूसरें लोग अपने अपने अन्य काम करते हैं| जैसे कपड़े आदि धोना|

प्रश्न 4. तुम जहाँ रहते हो, उसके आस-पास कौन कौन सी नदियाँ हैं| वे कहाँ से निकलती है और कहाँ तक जाती है? पता करो|
उत्तर- हमारे आस-पास गंगा, यमुना नामक दो नदियाँ हैं| ये हिमालय पर्वत से निकलकर समुद्र में मिलती हैं|


कविता के बाहर
प्रश्न 1. इस किताब में नदी का जिक्र और किस पाठ में हुआ है? नदी के बारे में क्या लिखा है?
उत्तर- इस किताब में नदी का जिक्र नदी का सफरपाठ में हुआ है| जिसमें नदी के उद्गम, मुहाने, जलप्रपात, उसके मार्ग, गति तथा उससे बनने वाली घाटियों का वर्णन किया गया है|

प्रश्न 2. नदी पर कोई और कविता खोजकर का पढ़ो और कक्षा में सुनाओ|
उत्तर- बहता जल
नदी का जल
बहता कलकल
है ये बिल्कुल स्वच्छ और निर्मल
बच्चे नहाते इसमें हर पल
कहीं उछलकर
कहीं मचलकर
बहती रहता है समतल

प्रश्न 3. नदी में नहाने के बारे में तुम्हारा क्या अनुभव है?
उत्तर- नदी में नहाने के बाद एक अलग ही ताजगी मिलती है| नदी में नहाकर हर प्रकार की थकावट मिट जाती है और शरीर में चुस्ती और फुर्ती आ जाती है|

प्रश्न 4. क्या तुमने कभी मछली पकड़ी है अपने अनुभव साथियों के साथ बाँटो|
उत्तर- नदी के किनारे हम घूमने गए थे| वहाँ हमने एक मछुआरे से काँटा लेकर मछली पकड़ी| हमने मछली पकड़ना बहुत अच्छा लगा| लेकिन हमने मछली पकड़ने के बाद उसे वापस नदी में छोड़ दिया, मछुआरा मछली माँगता रहा पर हमने उसे नहीं दी, क्योंकि हमें उसे मारना नहीं चाहते थे|


यह किसकी तरह लगते हैं?
प्रश्न 1. नदी की टेढ़ी-मेढ़ी धार?
उत्तर- नदी की टेढ़ी-मेढ़ी धार साँप की तरह लगती है|

प्रश्न 2. किचपिच-किचपिच करती है मैना?
उत्तर- किचपिच-किचपिच करती मैना नन्ही-सी चिड़िया जैसी लगती है|

प्रश्न 3. उछल-उछल के नदी में नहाते कच्चे-बच्चे?
उत्तर- उछल-उछल के नदी में नहाते कच्चे-बच्चे मेंढकों की तरह लगते हैं|


कविता और चित्र
· 
कविता से पहले पढ को दुबारा पढ़ो | वर्णन पर ध्यान दो | इसे पढ़कर जो चित्र तुम्हारे मन में उभरा उसे बन्नो | बताओ चित्र में तुमने क्या क्या दर्शाया?
उ त्तर-

प्रश्न 1. इस कविता के पद में कौन-कौन से शब्द तुकांत हैं? उन्हें छाँटो|
उत्तर- इस कविता के पद में निम्नलिखित शब्द तुकांत है-
धार-पार, चालू-ढालू, नाम-धाम, दार-सियार, वन-सघन, लें-ढालें, नहाना-छाना, रेती-देतीं, उतराती-दंनाती, कोलाहल-चंचल, रोला-टोला|

प्रश्न 2. किस शहर में पता चलता है की नदी के किनारे जानवर भी जाते थे?
उत्तर- ‘पार जाते ढोर डंगरसे पता चलता है की नदी के किनारे जानवर भी जाते थे|

प्रश्न 3. इस नदी के तट की क्या खासियत थी?
उत्तर- इस नदी की खासियत ये है की इसके तट ऊँचे थे|

प्रश्न 4. अमराई दूजे किनारे …….. चल देतीं|
कविता की ये पंक्तियाँ नदी किनारे का जीता जगता वर्णन करती हैं | तुम भी निम्नलिखित में से किसी एक का वर्णन अपने शब्दों में करो-
· 
हफ्ते में एक बार लगाने वाला हाट
· 
तुम्हारे शहर या गाँव की सबसे ज्यादा चल पहल वाली जगह
· 
तुम्हारे घर की खिड़की या दरवाजे से दिखाई देने वाला बहार का दृश्य
· 
ऐसी जगह का दृश्य जहाँ कोई बड़ी इमारत बन रही हो
उत्तर- हफ्ते में एक बार लगने वाला हाट
हमारे घर के पास मंगलवार के दिन बाज़ार हर सप्ताह लगता है| इसमें कपड़े, खिलौने, सब्जियाँ तथा अन्य जरूरी सामान मिलता हैं| अपने माता-पिता के साथ बाज़ार घूमने जाते हैं| बाज़ार में काफी भीड़ होती है| सभी लोग यहाँ अपनी जरूरत की चीजें खरीदते है| इससे बाज़ार लगाने वाले कई लोगों का जीवन चलता हैं|

प्रश्न 5. तेज़ गति शोर मोहल्ला धूप किनारा घना
ऊपर लिखे शब्दों के लिए कविता में कुछ ख़ास शब्दों क इस्तेमाल किया गया है| उन शब्दों को नीचे दिए अक्षर्जाल में ढूँढो|

घा

 

वे

 

 

 

 

 

 

 

टो

 

 

 

रो

ला

 

पा

 

उत्तर- तेज गति वेग
शोर – रोला
मोहल्ला टोला
धूप घाम
किनारा पाट
घना सघन

 

 

पाठ- 18. चुनौती हिमालय की

कहाँ क्या है
प्रश्न 1. (क) लद्दाख जम्मू-कश्मीर राज्य में है| पाठ्यपुस्तक में दिए गए भारत के नक़्शे में ढूँढो की लद्दाख कहाँ है और तुम्हारा घर खान हैं?
(
ख) अनुमान लगाओ की तुम जहाँ रहते हो वहां से लद्दाख पहुँचने में कितने दिन लग सकते हैं| और वहां किन-किन जरियों से पहुँचा जा सकता हैं?
(
ग) किताब के शुरू में तुमने तिब्बती लोककथा राख की रस्सीपढ़ी थी| पाठ्यपुस्तक में दिए गए नक्शे में तिब्बत को ढूँढो|
उत्तर- (क) लद्दाख – *(मानचित्र में देखें)
हमारा घर – ●(मानचित्र में देखें)
(
ख) हम दिल्ली में रहते हैं| यहाँ से लद्दाख पहुँचने में दो-तीन दिन लग सकते हैं| वहां रेल, बस तथा वायुयान द्वारा जाया जा सकता है|
(
ग) तिब्बत – ▪(मानचित्र में देखें)


वाद-विवाद
प्रश्न 1. (क) बर्फ से ढके चट्टानी पहाड़ों के उद्दास और फ़िके लगाने की क्या वजह हो सकती थी?
उत्तर- बर्फ से ढके चट्टानी पहाड़ों के उदास और फ़िके लगाने की वजह वहाँ दूर-दूर तक किसी का न होना हो सकती हैं|

(ख) बताओ, ये जगहें कब उद्दास और फीकी लगती हैं और यहाँ कब रौनक होती है?
घर बाज़ार स्कूल खेत
उत्तर- घर जब घर के सभी सदस्य बाहर चले जाते हैं, तो घर उदास और फीका लगता है| लेकिन जब घर के सभी सदस्य घर में होते हैं, तब घर में रौनक होती है|
बाजार – जब बाजार बंद होने लगता है, तो वह उदास और फीका लगता है| लेकिन जब बाजार में लोग खरीदारी करने आते हैं, तो वहाँ रौनक होती है|
स्कूल – जब स्कूल की छुट्टी हो जाती है, तो स्कूल उदास हो फीका लगता है| लेकिन जब बच्चे स्कूल में आते हैं, तो वहाँ और रौनक होती है|
खेत – जब खेत में फसल नहीं लहराती है, तो खेत उदास और फ़िके लगते हैं| लेकिन जब यहाँ फसल लहराती है, तब वहाँ रौनक होती है|

प्रश्न 2. ‘जवाहरलाल को इस कठिन यात्रा के लिए तैयार नहीं होना चाहिए|’ तुम इससे सहमत हो तो भी तक दो, नहीं हो तो भी तर्क दो| अपने तर्कों को तुम कक्षा के सामने प्रस्तुत कर सकते हो|
उत्तर- जवाहरलाल को इस कठिन यात्रा के लिए तैयार नहीं होना चाहिए था क्योंकि उनके पास इस खतरनाक रास्तों पर चलने के लिए पर्याप्त सामान न था| लेकिन उनमें जोश भरपूर था, जिसकी जरूरत दुर्गम यात्रा में पडती है|
कोलाज
कोलाजउस तस्वीर को कहते हैं जो कई तस्वीरों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर एक कागज पर चिपका कर बनाई जाती है|

प्रश्न 1. तुम मिलकर पहाड़ों का एक कोलाज बनाओ| इसके लिए पहाड़ों से जुड़े विभिन्न तस्वीर इकट्ठा करो- पर्वतारोहण, चट्टान, पहाड़ों के अलग-अलग नजारे, चोटी, अलग-अलग किस्म के पहाड़ अब इन्हें एक बड़े से कागज पर पहाड़ के आकार में चिपकाओ| यदि चाहो तो ये कोलाज तुम अपनी कक्षा के एक दीवार पर भी बना सकते हो |
उत्तर-

प्रश्न 2. अब इन चित्रों पर आधारित शब्दों का एक कोलाज बनाओ| कोलाज में ऐसे शब्द हों जो इन चित्रों का वर्णन कर पा रहे हों या मन में उठने वाली भावनाओं को बता रहे हों|
अब इन दोनों कोलाजो कक्षा में प्रदर्शित करो|
उत्तर- चित्र में कुछ लोग रस्सी आदि के सहारे पहाड़ों पर चढ़ रहे हैं| कुछ पहाड़ बिल्कुल पथरीले दिखाई दे रहे हैं, तो कुछ बर्फ से ढके हुए है| कई पहाड़ों पर तरह-तरह के पेड़ भी उगे हुए हैं कुछ पहाड बहुत ही ऊँचे हैं जिन पर चढ़ना अंत्यत मुश्किल है| ये पहाड़ दिखने में बड़े ही सुंदर लग रहे हैं|


तुम्हारी समझ से
प्रश्न 1. इस वृतांत को पढ़ते-पढ़ते तुम्हें अपनी कोई छोटी या लंबी यात्रा याद आ रही हो तो उसके बारे में लिखो|
उत्तर- एक बार मैं अपने गाँव गया था| जो कि हिमाचल प्रदेश के ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों के बीच कल्पा में है| मैं गाँव जाने के लिए सुबह रेलगाड़ी में बैठ गया| आधा सफर तो सही कट गया| लेकिन जैसे गाड़ी शिमला पहुँची| उसके आगे रास्ते बहुत ही खतरनाक हो गए| सड़कों के दोनों तरफ ऊँचे-ऊँचे पहाड़ दिखाई देने लगे| रात के समय में यह पहाड़ और भी भयानक लग रहे थे| हमारी बस भी घुमावदार रास्तों पर धीरे-धीरे चल रही थी| दूसरे दिन शाम के समय हम अपने गाँव पहुंचे, तब सूरज छिप रहा था| बर्फ से ढके पहाड़ सूरज के प्रकाश में सोने की तरह प्रतीत हो रहे थे|

प्रश्न 2. जवाहरलाल का अमरनाथ तक का सफर अधूरा क्यों छोड़ना पड़ा?
उत्तर- जवाहरलाल को अमरनाथ तक का सफर अधूरा इसलिए छोड़ना पड़ा क्योंकि आगे का मार्ग और अधिक खतरनाक था| साथ ही उनके पास इन रास्तों पर जाने संबंधित सामान भी नहीं था|

प्रश्न 3. जवाहरलाल, किशन और कुली सभी रस्सी से क्यों बँधे थे?
उत्तर- जवाहरलाल, किशन और कुली सभी रस्सी से इसलिए बँधे थे कि अगर वह कहीं पहाड़ पर से गिर जाए, तो रस्सी का सहारे लटक जाएँगे|

प्रश्न 4. (क) पाठ में नेहरू जी ने हिमायल से चुनौती महसूस की| कुछ लोग पर्वतारोहण को क्यों करना चाहते हैं?
उत्तर- कुछ लोग पर्वतारोहण मनोरंजन और शौक के लिए करना चाहते हैं| साथ ही आज पर्वतारोहण कुछ लोगों की जीविका का साधन भी बन चुका हैं|

(ख) ऐसे कौन-कौन से चुनौती भरे काम हैं जो तुम करना पसंद करोगे?
उत्तर- हम निम्नलिखित चुनौती भरे काम करना पसंद करेंगे-
(
अ) विद्यालय में पढ़ाई में प्रथम आना|
(
आ) विभिन्न खेलों में पुरस्कार जीतना|
(
इ) तैराकी सीखना|
(
ई) कुछ अन्य भाषाओं का ज्ञान सिखाना|
(
उ) मुसीबत में लोगों की मदद करना|


बोलते पहाड़
प्रश्न 1. ● उदास फीके बर्फ से ढके चट्टानी पहाड़
हिमालय की दुर्गम पर्वतमाला मुँह उठाए चुनौती दे रही थी|
उदास होनाऔर चुनौती देनामनुष्य के स्वभाव है| यहाँ निर्जीव पहाड़ ऐसा कर रहे हैं| ऐसे और भी वाक्य है| जैसे- बिजली चली गई|
चांद ने शरमाकर अपना मुँह बादलों के पीछे कर लिया|
इस किताब के दूसरे पाठो में ऐसे वाक्य ढूँढो|
उत्तर- (क) उन्होंने साड़ी की शिकने दुरुस्त की|
(
ख) पूरे दस दिन हो गए सूरज लापता है|
(
ग) गोलियों की आवाज से पूरी घाटी गूँज गई|
(
घ) फसल तैयार खड़ी थी|
(
ङ) हम भी बीच-बीच में अपनी पतंगों को सुस्ताने का मौका देते हुए मटर और प्याज छिलने बैठ जाते|


एक वर्णन ऐसा भी
पाठ में तुमने जवाहरलाल नेहरु की पहाड़ी यात्रा के बारे में पढ़ा| नीचे एक और पहाड़ी इलाके का वर्णन किया गया है जो प्रसिद्ध कहानीकार निर्मल वर्मा की किताब चीड़ों पर चाँदनीसे लिया गया है| इसे पढ़ो और नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दो|
क्या यह शिमला है हमारा अपना शहर या हम भूल से कहीं और चले आए हैं? हम नहीं जानते कि पिछले बार जब हम बेखबर सो रहे थे, बर्फ़ चुपचाप गिर रही थी|
खिड़की के सामने पुराना, चिर-परिचित देवदार का वृक्ष था, जिसकी नंगी शाखों पर रूई के मोटे-मोटे गालों से बर्फ चिपक गई थी| लगता था जैसे वह सांता-क्लोस हो, एक रात में ही जिसके बाल सन-से सफेद हो गए हैं…..| कुछ देर बाद धूप निकल आती है नीले चमचमाते आकाश के नीचे बर्फ से ढकी पहाडियाँ धूप सेंकने के लिए अपना चेहरा बादलों के बाहर निकाल लेती हैं|”
प्रश्न- (क) ऊपर दिए पहाड़ के वर्णन और पाठ में दिए गए वर्णन में क्या अंतर है?
उत्तर- ऊपर दिए गए पहाड़ के बंधन में पेड़ों का भी जिक्र है| लेकिन पाठ में उजाड़ चट्टानों का वर्णन है|

(ख) कई बार निर्जीव चीजों के लिए मनुष्यों से जुड़ी क्रियाओं, विशेषण आदि का इस्तेमाल होता है, जैसे- पाठ में आए दो उदाहरण उदास फ़िके, बर्फ से ढके चट्टानी पहाड़या सामने एक गहरी खाई मुँह फाड़े निकलने के लिए तैयार थी|” ऊपर लिखे शिमला के वर्णन में ऐसे उदाहरण ढूँढो|
उत्तर- (क) बर्फ चुपचाप गिर रही थी|
(
ख) जिसकी नंगी शाखों के रुई के मोटे-मोटे गालों-सी चिपक गई थी|
(
ग) नीले चमचमाते आकाश के नीचे बर्फ से ढकी हुई पहाड़ियाँ धूप सेकने के लिए अपना चेहरा बादलों से बाहर निकाल लेती है|

 

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