Class 2 Hindi Ch. 10 मीठी सारंगी |
कहानी का सारांश
एक गाँव में एक सारंगीवाला आया। वह सारंगी बहुत अच्छी बजाता था। एक रात जब उसने अपनी सारंगी बजानी शुरू की तो गाँववाले इकट्ठे हो गए। सभी सारंगी की आवाज और बजानेेे वाले की आवाज की प्रशंसा करने लगे।
पर मिठास तो दूर, उसे कुछ स्वाद भी नहीं आया। फिर उसने सारंगी के छेद को मुँह के पास ले जाकर उसे उड़ेला कि शायद इसमें ही कुछ हो, पर सारंगी से एक भी मीठी बूंद नहीं निकली।
वह गाँववालों की बेवकूफ़ी पर बहुत झुंझलाया और सारंगी को गाँव के बाहर ले जाकर फेंक कर सो गया। सवेरा होने पर जब सब लोगों ने सारंगी को अपने स्थान पर नहीं पाया तो वे बड़े दुखी हुए। लोग कहने लगे कि बड़ी ही मीठी सारंगी थी, पता नहीं कौन ले गया।
गाँववालों की बात सुनकर भोला बिफर पड़ा-क्या खाक मीठी थी। मैंने तो उसे अच्छी तरह चाटा भी था। उसमें जरा-सी भी मिठास नहीं थी। तुम लोग झूठ-मूठ ही बाबा जी की तारीफ़ कर रहे थे।
लोगों ने पूछा कि सारंगी कहाँ है तो उसने कहा कि गाँव के बाहर पड़ी है। गाँववालों ने भोला की इस बेवकूफ़ी पर सिर पीट लिया।
प्रश्न-अभ्यास
सारंगी की मिठास
प्रश्न 1
गाँववाले कहते थे-कैसी मीठी सारंगी है। इसका क्या मतलब है? सही बात पर ‘✓’ का निशान लगाओ
उत्तर:
प्रश्न 2 - अब तुम समझ गए होगे कि गाँववाले सारंगी को मीठी क्यों कहते थे। अब बताओ कड़वी बात का क्या मतलब होगा?
उत्तर: कड़वी बात का मतलब है-अप्रिय बात, जो सुनने में अच्छी न लगे।
कहानी से
प्रश्न 1 – भोला ने क्यों सोचा कि सभी झूठ बोल रहे हैं?
उत्तर: भोला ने सारंगी को जीभ से चाटा तथा उसके छेद को अपने मुँह के पास ले जाकर उडेला , कितु उसे सारंगी मीठी नहीं लगी। तब उसे लगा कि सभी गाँववाले झूठ बोल रहे हैं।
प्रश्न 2 – भोला को सारंगी का स्वाद क्यों नहीं आया?
उत्तर: चूँकि भोला को संगीत का ज्ञान नहीं था, इसलिए उसे सारंगी के संगीत का आनन्द नहीं मिला। दूसरे सारंगी लकड़ी की बनी थी। लकड़ी बेस्वाद होती है।
उसे ऐसा लगा होगा कि जैसे किसी मीठी चीज को खाने से मुँह मीठा हो जाता है, उसी प्रकार से सारंगी को सुनकर या चाटकर उसका मुँह मीठा हो जाना चाहिए।
खोल
सारंगीवाले ने सारंगी पर खोल चढ़ाया और अपने सिरहाने रखकर सो गया।
प्रश्न 2 – और किन-किन चीज़ों पर खोल चढ़ाया जाता है?
उत्तर: रजाई, गद्दे, तकिया, सोफ़ा, हारमोनियम, गिटार, तानपूरा, ढोल, चश्मा, इत्यादि पर।
गाओ-बजाओ।
सारंगी, ढोलक, इकतारा, तबला, बाँसुरी, शहनाई, डफली, सितार, गिटार, हारमोनियम
प्रश्न 1– ऊपर संगीत के बाजों के नाम लिखे हैं। इनमें से कुछ तार छेड़कर बजाए जाते हैं और कुछ हाथ से थाप देकर। इनके नाम सही जगह पर लिखो। कुछ नाम बच भी गए होंगे। उन्हें ‘अन्य’ के नीचे लिखो।
उत्तर:
तार वाले | थाप वाले | अन्य |
सारंगी | तबला | बाँसुरी |
सितार | ढोलक | हारमोनियम |
इकतारा | डफली | शहनाई |
गिटार | ........ | ......... |
घर या किसी अवसर पर – शहनाई; ढोलक
भजन-कीर्तन में – हारमोनियम, तबला
स्कूल में किसी अवसर पर – “सितार, गिटार
चटखारे
प्रश्न 1– इस कहानी में मिठास की बात है। तुम्हें कौन-कौन-सी मीठी चीजें अच्छी लगती हैं?
उत्तर: मुझे खीर, हलवा, चॉकलेट, टॉफी, रसगुल्ले, बर्फी, गुलाबजामुन, फल, आइसक्रीम, हलवा इत्यादि मीठी चीजें अच्छी लगती हैं।
प्रश्न 2 – क्या खाने की चीजें सिर्फ मीठी ही होती हैं? मीठे के अलावा उनका और क्या-क्या स्वाद होता है?
उत्तर:
नहीं, खाने की चीजें सिर्फ़ मीठी ही नहीं होतीं। इनका स्वाद नमकीन, कसैला, तीखा या खट्टा भी हो सकता है।
प्रश्न 12
अब नीचे लिखी खाने-पीने की चीज़ों को स्वाद के हिसाब से लगाओ।
तुम इस तालिका में कुछ नाम अपने मन से भी जोड़ सकते हो।
उत्तर:
ग)
आम | मिर्च का अचार | चीनी |
नींबू | अदरक | शहद |
आँवला | करेला | दूध |
जलज़ीरा | नमक | आंवला |
प्रश्न 13
नीचे लिखे शब्दों को बोलकर देखो
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 14 –अब नीचे दिए गए शब्दों में ( ँ ) या ( . ) लगाओः
उत्तर:
चाँद | चंदन | झाँसी | झंझट | |
मंगलवार | माँगना | कंकड़ | काँपना | |
सुंदर | साँप | अंधा | आँधी |
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