पाठ- 3. खिलौनेवाला
कविता और तुम
प्रश्न 1. तुम्हे किसी-न-किसी बात पर रूठने के मौके तो मिलते ही होंगे-
(क) अक्सर तुम किस तरह के बातों पर रूठती हो?
उत्तर- जब हमे कोई डांट देता है यो हमारी मनपसंद वस्तु हमें नहीं देता तो हम रूठ जाते हैं।
(ख) माँ के अलावा घर में और कौन-कौन है जो तुम्हे मानते हैं?
उत्तर- घर में माँ के आलावा पिताजी, दादाजी, दादीजी, और बड़े भाई-बहन हमें मनाते हैं।
प्रश्न 2. हम ऐसे कई त्योहार मनाते हैं जो बुराई पर अच्छाई की जीत पर बल देते है।| ऐसे त्योहार के बारे में उनसे जुड़ी कहानियों के बारे में पता करके कक्षा में सुनाओ|
उत्तर- हम ऐसे कई त्योहार मनाते हैं जो बुराई पर अच्छाई की जीत बल देते हैं। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रमुख त्योहार दशहरा है। जो भगवान श्रीराम की रावण पर जीत का प्रतिक है।
प्रश्न 3. तुमने रामलीला के जरिए या फिर किसी कहानी के जरिए रामचंद्र के बारे में जाना-समझा होगा। तुम्हे उनकी कोन-सी बातें अच्छी लगीं?
उत्तर- श्रीरामचंद्र जी एक अच्छे भाई, एक अच्छे पति, एक अच्छे आज्ञाकारी पुत्र थे। उनमें हम उच्च आदर्श भाव, कर्तव्य परायणता, दया शीलता आदि गुणों को देखते हैं । उनके मर्यादित व्यवहार के कारण उन्हें हम मर्यादा पुरुषोत्तम राम भी कहते हैं।
प्रश्न 4. नीच दिए गए भाव कविता की जिन पंक्तियों में आए हैं, उन्हें छांटो-
(क) खिलौने वाला साड़ी नहीं बेचता है।
उत्तर – कभी खिलौने वाला भी माँ
क्या साड़ी ले आता है।
(ख) खिलौने वाला बच्चों को खिलौने लेने के लिए आवाजें लगा रहा है।
उत्तर – जोर-जोर वह रहा पुकार।
(ग) मुझे कौन – सा खिलौना लेना चाहिए – उसमें माँ की सलाह चाहिए।
उत्तर – कौन खिलौना लेता हूँ मैं
तुम भी मन में करो विचार
(घ) माँ के बिना कौन – मनाएगा और कौन गोद में बिठाएगा?
उत्तर – तो कौन मना लेगा
कौन प्यार से बिठा गोद में
प्रश्न 5. ‘मूंगफली ले ले मूंगफली!
गरम करारी टाइम पास मूंगफली !’
तुमने फेरी वालों को इसी आवाजें लगाते हुए जरूर सुना होगा| तुम्हारे गली-मोहल्ले में ऐसे कौन-से आते हैं और वे किस ढंग आवाज लगाते हैं? उनका अभिनय करके दिखाओ। वे क्या बोलते हैं, उसका भी एक संग्रह तैयार करो।
उत्तर - गली-मोहल्ले में सब्जी वाले, कबाड़ी वाले आदि आते हैं| वे निम्नलिखित आवाजें लगाते हैं-
सब्जीवाला– आलू लो, बैंगन लो, घीया लो, टमाटर लो|
कबाड़ीवाला– कबाड़ीवाला, कबाड़ीवाला|
कपड़ेवाला– सूट वाला बढ़ियां साड़ी वाला|
फल वाला– केले चितरीदार केले|
खेल-खिलौने
प्रश्न 1. (क) तुम यहाँ लिखे खिलौनों में से किसे लेना पसंद करोगी| क्योँ?
गेंद हवाई जहाज़ मोटरगाड़ी रेलगाड़ी फिरकी गुड़िया बर्तन सेटधनुष बाणबल्ला या कुछ और
उत्तर- मैं इन खिलौनों में से हवाई जहाज़ लेना पसंद करूंगा क्योंकि मुझे नीले आसमान में हवाई जहाज़ उड़ता हुआ बहुत अच्छा लगता है।
(ख) तुम अपने साथियों के साथ कौन-कौन से खेल खेलती हो?
उत्तर- हम अपने साथियों के साथ पकड़म पकड़ाई, क्रिकेट, फुटबाल, कैरम, लूडो, चैस, आदि खेल खेलते हैं|
प्रश्न 2. खिलौने वाला शब्द संज्ञा में ‘वाला’ जोड़ने से बना है| नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित हिस्सों को ध्यान से देखों संज्ञा, क्रिया आदि पहचानों|
* पानवाल की दुकान आज बंद है|
* मेरी दिल्लीवाली मौसी बस कन्डक्टर है|
* महमूद पाँच बजे वाली बस से आएगा|
* नंदू को बोलने वाली गुड़िया चाहिए|
* दाढ़ीवाला आदमी कहाँ है?
* इस समान को ऊपर वाले कमरे में रख दो|
* मैं रात वाली गाड़ी से जम्मू जाऊँगी|
उत्तर-
पान — संज्ञा
दिल्ली — संज्ञा
पाँच–विशेषण
बोलना –क्रिया
दाढ़ी–संज्ञा
ऊपर–क्रिया
रात–संज्ञा
तुम्हारी रामलीला
प्रश्न-क्या तुमने रामलीला देखी है? रामलीला की किसी एक लघु-कहानी कको चुनकर कक्षा में अपनी राम्म्लीला प्रस्तुत करो।
उत्तर- हाँ, हमने रामलीला देखी है|
(आप रामलीला की किसी एक लघु-कहानी को चुनकर कक्षा में अपनी रामलीला प्रस्तुत करने का अभ्यास करें।)
कविता में कथा
प्रश्न- इस कविता में तीन नाम-
राम, कौशल्या और तड़का आए हैं।
(क) ये तीनो नाम किस प्रसिद्ध कथा के पात्र हैं?
उत्तर- यह तीनों नाम रामायण की प्रसिद्ध कथा के पात्र है।
(ख) यहीं रहूँगा कौशल्या मैं तुमको यहीं बनाऊँगा । इन पंक्तियों का कथा से क्या संबंध है?
उत्तर- बच्चा अपनी मां के पास ही रह कर उन्हें कौशल्या मां का दर्जा देना चाहता हैं जबकि श्री रामचंद्र अपनी मां से दूर चले गए थे।
(ग) इस कथा के कुछ संदर्भो की बात कविता में हुई है। अपने आस – पास पूछकर इनका पता लगाओ।
*तपसी यज्ञ करेंगे , असुरों को मैं मार भगाऊगा।
*तुम कह दोगी वन जाने को हँसते -हँसते जाऊगा।
उत्तर- * श्री रामचंद्र ने ऋषि-मुनियों की तपस्या सफल कराने के लिए अनेक राक्षसों का वध किया था।
* श्री रामचंद्र अपने माता – पिता के कहने पर खुशी -खुशी 14 वर्ष के वनवास पर चले गए थे।
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