आपका मित्र / सहेली गंभीर प्रवृत्ति का / की है, तो उसे पत्र के माध्यम से खुश रहने के लाभ बताओ।
18 सितंबर, 20xx
परीक्षा भवन
प्रिय मित्र/सहेली राम/रमा
कैसे हो ?
मैं यहाँ कुशलपूर्वक रह रहा हूँ। आशा है आप सब भी सकुशल होंगे। हमारे हिंदी के अध्यापक बहुत अच्छे हैं। कल हमारी हिंदी के अध्यापक ने कक्षा में खुश रहने पर बहुत रोचक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तनाव भरी लाइफस्टाइल में लोगों के पास खुद को खुश रखने का समय नहीं है। लेकिन खुश न रहने के कारण, सेहत पर बुरा असर पड़ता है। जो लोग, हर समय बीमार और दुखी रहते हैं, वो जल्दी बीमार पड़ते हैं। सेहतमंद रहने के लिए खुश रहना जरूरी है।
खुद को खुश रखकर, आप अनेक शारीरिक समस्याओं से बच सकते हैं। खुश रहने से डायबिटीज, स्ट्रोक, हार्ट की बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। जब हमारा दिमाग, खुश होता है, तो बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन नाम के दो हार्मोन रिलीज होते हैं। इन हार्मोन्स की मदद से, शरीर और मस्तिष्क को आराम मिलता है।
अब हमें इसी प्रकार की अगली गतिविधि का इंतज़ार है। आदरणीय दादा जी, दादी जी और माँ को मेरा सादर प्रणाम तथा गुड़िया को प्यार ।
आपका पुत्र
क. ख. ग.
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